नई दिल्ली: राष्ट्रीय COVID-19 सुपरमॉडल समिति ने कहा है कि देश में अभी हर दिन लगभग 75,00 कोरोना मामले आ रहे हैं लेकिन ये आंकड़ा ओमिक्रॉन के चलते बहुत जल्द बढ़ सकता है. समिति के प्रमुख विद्यासागर ने कहा कि ओमिक्रॉन के चलते देश में कोरोना की तीसरी लहर आएगी लेकिन ये दूसरी लहर की तुलना में कम प्रभावी होगी. उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि कोरोना की तीसरी लहर अगले साल की शुरुआत में आने की संभावना है.
‘तीसरी लहर आएगी जरूर’
उन्होंने कहा कि हालांकि, पहले से वैक्सिनेशन के चलते ये उतनी प्रभावी नहीं होगी. लेकिन, तीसरी लहर आएगी जरूर. अभी कोरोना के दैनिक मामले 7500 के आसपास हैं लेकिन जैसे ही ओमिक्रॉन डेल्टा की जगह लेने लगेगा, ये आंकड़ा तेजी से बढ़ेगा. आईआईटी हैदराबाद में प्रोफेसर विद्यासागर ने कहा कि दूसरी लहर की तुलना में दैनिक मामले तीसरी लहर में कम ही होंगे.
‘बहुत खराब स्थिति हुई तो…’
विद्यासागर के अनुसार, देश में तीसरी लहर आने पर बहुत खराब स्थिति हुई तो प्रतिदिन दो- लाख से अधिक मामले नहीं होंगे. उन्होंने कहा- “मैं इस बात पर जोर देता हूं कि ये अनुमान हैं, भविष्यवाणियां नहीं. हम भविष्यवाणियां कर सकते अगर हम जानते हैं कि भारतीय आबादी पर वायरस का बरताव कैसा कर है. हमारे सिमुलेशन के आधार पर, सबसे खराब परिदृश्य में दैनिक मामलों की संख्या प्रति दिन 1.7 से 1.8 लाख मामलों से नीचे रहेगी. यह दूसरी लहर के दैनिक मामलों की तुलना में आधे से भी कम है.”
समिति के अन्य सदस्य मनिंदा अग्रवाल ने कहा कि अगर हम दक्षिण अफ्रीका, और विशेष रूप से गौटेंग प्रांत को देखें, जहां पहली बार ओमिक्रॉन की पहचान की गई थी, तो हम मामलों में तेजी से वृद्धि की प्रवृत्ति देखते हैं, लेकिन शुरू में अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति नहीं आई. अब इसकी शुरुआत हो रही है.
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