इंदौर। विधानसभा चुनाव (VidhanSabha Election) के समय से चली आ रही देपालपुर भाजपा (Depalpur BJP) क गुटबाजी अभी भी थमने का नाम नहीं ले रही है। आज देपालपुर में लोकसभा चुनाव कार्यालय का शुभारंभ है, लेकिन विधायक के समर्थकों ने जो पोस्टर और होर्डिंग्स लगाए हैं, उसमें से संगठन और कई वरिष्ठ नेता गायब हैं।
पिछले दिनों कांग्रेस के पूर्व विधायक विशाल पटेल (Former MLA Vishal Patel) के भाजपा में शामिल हो जाने के बाद गुटबाजी और बढ़ती नजर आ रही है। विधायक मनोज पटेल के समर्थकों ने विधानसभा चुनाव के बाद कैलाश विजयवर्गीय जैसे कद्दावर नेता का पुतला जला दिया था, लेकिन इस मामले में किसी ने माफी नहीं मांगी। मनोज पटेल शिवराजसिंह चौहान गुट से आते हैं। आज होने वाले कार्यालय के शुभारंभ के पहले शिवराजसिंह चौहान उनके पोस्टरों और होर्डिंग्स में नजर आ रहे हैं, लेकिन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और तुलसी सिलावट गायब हैं। यही नहीं जिलाध्यक्ष चिंटू वर्मा का फोटो भी कहीं नजर नहीं आ रहा है। वर्मा समर्थकों ने जरूर अपने नेताओं के फोटो लगे होर्डिंग्स लगाए हैं, लेकिन जितने भी मनोज पटेल के होर्डिंग्स लगे हैं, उनमें इंदौर जिले के वरिष्ठ नेता गायब हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा की गुटबाजी देपालपुर में चरम पर है। इस मामले में जब जिलाध्यक्ष चिंटू वर्मा से बात की तो उनका कहना था कि यह बात उनकी जानकारी में नहीं है। गुटबाजी भाजपा में नहीं रहती है और सब मिलकर काम करते हैं।
कांग्रेस में तोडफ़ोड़ के चलते ने देपालपुर की सभा की तारीख बदली
कांग्रेस बड़े स्तर पर देपालपुर विधानसभा में एक आमसभा की तैयारी कर रही थी, लेकिन यह कार्यक्रम अब आगे बढ़ा दिया गया है।
यहां से विधायक रहे कांग्रेस के विशाल पटेल के भाजपा में शामिल होने के बाद मोतीसिंह पटेल सक्रिय हो गए हैं, उन्होंने पिछले चुनाव में भी कांग्रेस से टिकट मांगा थी, हालांकि तब एक बार फिर विशााल को टिकट मिल गया थ। अब कहा जा रहा है कि विशाल पटेल एक बड़े जलसे की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें कांगे्रस के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता भाजपा में शामिल होंगे। वैसे अधिकांश कार्यकर्ता विशाल समर्थक हैं और वे पार्टी के आयोजनों से दूरी बनाए हुए हैं। कल जो सभा देपालपुर में रखी जाना थी, उस को लेकर तैयारियां की जा रही थी, ताकि बताया जा सके कि कांग्रेस का कोई भी व्यक्ति पटेल के साथ भाजपा में नहीं गया है। बताया जा रहा है कि पटवारी का दूसरे शहरों में दौरा होने के कारण आमसभा निरस्त कर दी गई, वहीं कुछ स्थानीय कारण भी बताए गए हैं। अब अप्रैल के मध्य में यह सभा कराने की तैयारी है।