कानपुर। नये कृषि कानून को लेकर किसान बराबर विरोध दर्ज करा रहे हैं, पर सरकार सुनने को तैयार नहीं है। लेकिन खुशी की बात है कि किसान आंदोलन में भाजपा को छोड़ सभी राजनीतिक पार्टियों का समर्थन मिला और लोग भी खुलकर सामने आयें। भाजपा कहती थी कि किसानों की आय दोगुना की जाएगी पर भाजपा सरकार बताये कि किसानों की आय दोगुना करने वाली एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) कब देगी। यह बातें सपा प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कही।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी में जितना भी कार्यकर्ता नेता है वह सीधे-सीधे खेती किसानी से जुड़ा हुआ है। हमारे ही परिवार में 400 बीघा खेती है जिनमें तरह-तरह की फसलें बोई जाती है। किसानों को हर हाल में एमएसपी मिलना चाहिये और केन्द्र सरकार को नये कृषि कानून वापस करना चाहिये। भाजपा सरकार ने कहा था कि किसानों की आय दोगुनी होनी चाहिये आखिर सरकार बताये कि कब दोगुना आय वाली एमएसपी किसानों को मिलेगी। लेकिन मुझे खुशी है कि किसानों के समर्थन में सब खड़े दिखाई दिए।
कानून व्यवस्था में सरकार पूरी तरीके से असफल है जगह-जगह महिला और बेटियों के साथ अन्याय, बलात्कार, हत्या जैसी घटना हो रही हैं और प्रदेश नेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन के रिकॉर्ड देखे तो उत्तर प्रदेश सबसे आगे है। वहीं सबसे ज्यादा न्यायिक हिरासत में मौतें उत्तर प्रदेश में हो रही हैं। सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार के मामले उत्तर प्रदेश में दिखाई दे रहे हैं। गठबंधन को लेकर कहा कि समाजवादी पार्टी किसी बड़े दल से गठबंधन नहीं कर रही है, छोटे पार्टियों को जरूर लेकर चल रही है। समाजवादी पार्टी ने कानपुर को मेट्रो दी इसीलिए हम कानपुर आए हैं। भारतीय जनता पार्टी ने मेट्रो का शिलान्यास दोबारा किया। उत्तर प्रदेश में विकास की गति को भाजपा सरकार ने रोक दिया है। कानपुर में लगातार बिजली का संकट, गन्दगी और कूड़ा दिखाई देता है। (एजेंसी, हि.स.)
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