आचंलिक इंदौर न्यूज़ (Indore News)

बस्तियों में घूमते 79 वन्यजीवों को वन विभाग ने जंगल में छोड़ा

  • पब्लिक को डराने वाले 15 तेंदुओं के अलावा 64 अन्य वन्यजीवों का रेस्क्यू ऑपरेशन
  • तेंदुए और बाघ के अलावा 12 प्रकार के अन्य वन्यजीवों से भी खतरा

इंदौर। वन विभाग इंदौर की रेस्क्यू टीम शहर और गांववासियों के लिए खतरा या परेशानी का कारण बने सिर्फ तेंदुए ही नहीं, बल्कि 12 अन्य प्रकार के वन्यजीवों का रेस्क्यू ऑपरेशन कर उन्हें वापस उनके घर यानी जंगल में छोड़ चुकी है। रेस्क्यू टीम के पिछले 26 माह 18 दिन के रिकोर्ड के अनुसार रेस्क्यू टीम अभी तक जंगलो में 79 वन्यजीवों को छोड़ चुकी है, जिसमें 15 तेंदुए और 64 अन्य वन्यजीव शामिल हैं।

इंदौर वन विभाग की रेस्क्यू टीम ने इस साल 2024 में जनवरी से 18 मार्च तक यानी लगभग 78 दिनों में 5 रेस्क्यू ऑपरेशन किए हैं, जिसमें 1 तेंदुआ, 3 बन्दर, 1 कबरबिज्जू शामिल हैं। तेंदुए सहित सभी 5 वन्यजीवों को जंगल में अज्ञात जगह छोड़ दिया गया है। इंदौर वन विभाग की रेस्क्यू टीम सिर्फ इंदौर वनमण्डल ही नहीं, बल्कि उज्जैन, रतलाम, खण्डवा वन विभाग में रेस्क्यू ऑपरेशन कर चुकी है। इस टीम के सदस्यों को 50 हजार रुपए से लेकर कई बार नकद राशि के इनाम मिल चुके हैं।


इनका भी किया रेस्क्यू ऑपरेशन
वन विभाग की टीम ने तेन्दुओं के अलावा 12 अन्य प्रकार के 64 वन्यजीवों का रेस्क्यू ऑपरेशन कर उन्हें जंगल में छोड़ा है, जिसमे बन्दर, नीलगाय, कबरबिज्जू, मोर, खरगोश, कबूतर, बगुला, लकड़बग्घा, सांप, सियार, जंगली बिल्ला जैसे वन्यजीव शामिल हैं।

बन्दरों के उत्पात से ज्यादा परेशान
शहरवासी से लेकर गांववासी तक तेन्दुओं के अलावा उत्पाती बन्दरों से भी परेशान होते आ रहे हैं। इस साल 2024 में 3, 2023 में 18 और साल 2022 में 10 बन्दरों का रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा चुका है। इस तरह 31 बन्दरों का रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया।

26 माह 18 दिन में इतने रेस्क्यू ऑपरेशन
साल 2022 से लेकर इस साल 2024 मार्च में अभी तक कुल 79 रेस्क्यू ऑपरेशन किए जा चुके हैं। इनमें से 15 रेस्क्यू ऑपरेशन तेन्दुओं का किए गए। इनमे सबसे ज्यादा 11 तेन्दुओं का साल 2022 में, 2023 में 3 और इस साल अभी तक 1 तेंदुए का रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा चुका है। इसके अलावा 12 अन्य प्रजाति के वन्यजीवों का भी रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया।

इंदौर वन विभाग की रेस्क्यू टीम सारे प्रदेश में अव्वल है,जो सिर्फ इंदौर वन विभाग ही नहीं, बल्कि उज्जैन, रतलाम, खण्डवा वनमण्डल तक रेस्क्यू ऑपरेशन करने जाती है। इंदौर रेस्क्यू टीम के सदस्यों को फिजिकली और केमिकल रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए कई बार हजारों रुपए के नकद इनाम मिल चुके हैं। – योगेश यादव, रेस्क्यू टीम मुख्य अधिकारी

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