इंदौर न्यूज़ (Indore News)

अगले सप्ताह से शुरू होने वाले नए शैक्षणिक सत्र के लिए शासकीय स्कूलों की रंगाई-पुताई और साफ-सफाई कर रखा जाए तैयार

  • स्कूलों में बिजली, पंखें, पीने के पानी और शौचालयों की रहे पर्याप्त व्यवस्था
  • सभी शासकीय स्कूलों में कम से कम 90 प्रतिशत परीक्षा परिणाम देने के लिये स्कूलवार बनाई जाये कार्ययोजना
  • जिले में गत शैक्षणिक सत्र के परीक्षा परिणामों की होगी गहनता से समीक्षा
  • कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने हाई/हायर सेकेंडरी स्कूलों के प्राचार्यों की बैठक ली

इंदौर (Indore)। इंदौर जिले में अगले सप्ताह से नया शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होने जा रहा है। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने निर्देश दिये है कि शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होने के पूर्व सभी शासकीय स्कूलों में अभियान चलाकर रंगाई-पुताई और साफ-सफाई का विशेष अभियान चलाया जाये। सभी स्कूलों में यह सुनिश्चित किया जाये कि बिजली और पंखें की पर्याप्त व्यवस्था रहे। साथ ही स्कूलों में डस्टबिन, पीने के पानी और शौचालयों की पर्याप्त व्यवस्था भी सुनिश्चित हो। सभी शासकीय स्कूलों में न्यूनतम 90 प्रतिशत परीक्षा परिणाम देने का लक्ष्य निर्धारित करते हुये स्कूलवार कार्ययोजना तैयार की जाये। जिले में उन्होंने गत वर्ष के परीक्षा परिणामों की गहनता से समीक्षा करने के निर्देश दिये और कहा कि बाटम-5 में रहने वाले स्कूलों के प्राचार्यों के विरूद्ध कार्रवाई प्रस्तावित की जाये। उन्होंने बैठक में परीक्षा परिणाम में उदासिनता और लापरवाही दिखने पर शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय बेटमा के प्राचार्य को निलंबित करने की कार्रवाई करने के निर्देश दिये।

बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी श्री मंगलेश व्यास और सहायक संचालक श्रीमती पूजा सक्सेना सहित जिले के लगभग डेढ़ सौ से अधिक हाई/हायर सेकेंडरी स्कूलों के प्राचार्य मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने शैक्षणिक तथा प्रशासनिक व्यवस्थाओं के संबंध में प्राचार्यों से सीधा संवाद किया। उन्होंने शैक्षणिक गुणवत्ता में गुणात्मक सुधार लाने के संबंध में चर्चा की। रिक्त पदों के संबंध में और अन्य कमियों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिये कि स्कूलों में इस तरह का शैक्षणिक वातावरण तैयार करें, जिससे की बेहतर से बेहतर परिणाम प्राप्त हो।


शैक्षणिक कार्य में किसी भी तरह कि लापरवाही और उदासिनता नहीं बरती जाये। क्षेत्र के शत-प्रतिशत बच्चों का दाखिला सुनिश्चित हो। बच्चों की स्कूलों में नियमित उपस्थिति भी सुनिश्चित की जाये। पालकों और बच्चों से नियमित संवाद रखा जाये। शिक्षकों की भी समय पर उपस्थिति सुनिश्चित हो। पूरे जिले में स्कूल प्रारंभ होने के समय प्रति दिन की जाने वाली गतिविधियों को एक जैसा बनाने के लिये कार्ययोजना तैयार की जाये। उन्होंने स्कूलों में इन गतिविधियों के निर्धारण, स्कूलों की कमियों, परिणामों को बेहतर बनाने, कमियों को दूर करने, शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार लाने के संबंध में स्कूलों से सुझाव प्राप्त कर अपने अभिमत सहित प्रस्ताव देने के लिये प्राचार्यों के कोर ग्रुप विषयवार बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अगले जुलाई माह में पुन: बैठक ली जायेगी।

कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने कहा कि सभी शिक्षक अपने कार्यों को संपर्ण तथा इमानदारी से करें। समाज में उन्हें बेहतर कार्यों से विशेष सम्मान मिलेगा, जिससे उन्हें अलग तरह की आत्मानुभूति एवं आनंद प्राप्त होगा। शिक्षक समाज सुधारक है। उन्होंने निर्देश दिये कि स्कूलों में शिक्षक एवं कर्मचारियों के भुगतान एवं अन्य कार्यालयीन कार्यों को प्राथमिकता, इमानदारी एव पारदर्शिता के साथ किया जाये। उन्होंने ने स्कूलों में रिक्त पदों की पूर्ति अतिथि शिक्षकों से की जाये।

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