
ग्वालियर. मध्य प्रदेश (MP) के ग्वालियर (Gwalior) में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां दो बच्चों की मौत जहरीली गैस (poisonous gas) के कारण हो गई, जबकि उनके माता-पिता जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं. यह हादसा थाना गोला का मंदिर क्षेत्र के जाडेरूआ गांव में हुआ, जहां गेहूं की बोरियों (wheat sacks) में रखे कीटनाशक से निकली गैस ने पूरा परिवार तबाह कर दिया.
जानकारी के अनुसार, सत्येंद्र शर्मा अपने परिवार के साथ मकान मालिक शिवकुमार यादव के घर में किराए पर रह रहे थे. परिवार के सभी सदस्य रात को भोजन कर सो गए. देर रात सभी को सांस लेने में तकलीफ, घुटन और उल्टियां होने लगीं.
हालत बिगड़ने पर सभी को आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उपचार के दौरान पहले 4 वर्षीय मासूम वैभव की मौत हो गई. वहीं दूसरे दिन सुबह उसकी 16 वर्षीय बहन क्षमा शर्मा ने भी दम तोड़ दिया. बच्चों के माता-पिता सत्येंद्र और रजनी की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है और दोनों ICU में भर्ती हैं.
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि मकान मालिक ने घर के एक कमरे में लगभग 20 क्विंटल गेहूं स्टोर कर रखा था. गेहूं में कीड़े लगने से बचाने के लिए भिंड जिले के गोहद से लाई गई कीटनाशक दवा बोरियों में डाल दी गई थी. रात होते-होते कीटनाशक दवा से जहरीली गैस निकलने लगी, जो पूरे घर में फैल गई और सोते हुए परिवार को अपने चपेट में ले लिया.
एफएसएल (FSL) टीम ने मौके का निरीक्षण किया. पुलिस ने वैभव और क्षमा की मौत के मामले में जांच शुरू कर दी है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पूरे घटनाक्रम की गहन पड़ताल की जा रही है और जो भी इस लापरवाही का दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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