भोपाल। फसलों की सिंचाई और लोगों की प्यास बुझाने वाले प्रदेश के बांधों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की तैयारी है। सैलानियों को आकर्षित करने के लिए बांधों पर हरियाली के साथ हट्स, रेस्टोरेंट बनाने व बोटिंग कराने की योजना है। जिससे लोग यहां आकर आनंदित हों। इसके लिए बांधों को चिन्हित कस उन पर कार्य कराए जाएंगे। इससे क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी वहीं बांधों की बदहाली भी दूर होगी। जिन बांधों पर अतिक्रमण है उन्हें प्रशासन द्वारा मुक्त कराया जाएगा। बांधों के पर्यटन स्थल बनने से सरकार के खजाने में भी वृद्धि होगी।
जल संसाधन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बांधों को हम टूरिज्म के हिसाब से विकसित कराया जाएगा। प्रदेश में सैकड़ों बांध हैं। उनमें से कई प्राकृतिक रूप से काफी अच्छे हैं। लेकिन पिछले कई सालों से अनदेखी के कारण ये बांध और इनके कैचमेंट एरिया दुर्दशा का शिकार हो चुके हैं। लोगों ने अतिक्रमण कहीं मकान बना लिए हैं तो कहीं खेती की जा रही है। हर साल मानसून से पहले प्रशासन या स्वंय सेवी संस्थाएं गहरीकरण अभियान चलाते हैं लेकिन परिणाम कभी सही नहीं आए।
पिकनिक स्पॉट के साथ सुरक्षित हो सकेंगे बांध
पिकनिक स्पॉट बनने से बांध के आसपास और कैचमेंट एरिया को अतिक्रमण से मुक्ति मिलेगी। फिर यहां जब लोगों का आना-जाना और दूसरी एक्टिविटीज रहेंगी तो सफाई एवं व्यवस्थाएं भी दुरुस्त बनी रहेंगी। इन बोधों पर ऐसी जगह तय की जाएगी। जहां बोटिंग कराई जा सके। इसके साथ ही खान-पान के लिए हट्स व ओपन रेस्त्रां बनाए जाएंगे। भविष्य में यहां वाटर एडवेंचर्स कराए जाने की भी प्लानिंग है।