इंदौर। मांडू फेस्टिवल के दौरान पर्यटकों के लिए पर्यटन विकास निगम गांवों की तर्ज पर चूल्हा-किचन तैयार करवा रहा है। गांवों के घरों में होने वाले किचन की तरह हूबहू तैयार इस किचन के चूल्हे पर पर्यटक खुद भी खाना बना सकेंगे।
मध्यप्रदेश का पर्यटन विभाग प्रदेश की देश और दुनिया में पहचान बनाने की नित नई कोशिशों में लगा है। मांडू फेस्टिवल के साथ ही मांडू में पर्यटन विकास निगम के एक नए किचन की सौगात पर्यटकों को मिलेगी, जो सांझा चूल्हा की तर्ज पर होगा। गांवों के घरों की पद्धति से तैयार ये किचन गोबर से लिपा होगा और गांवों की ही तरह यहां पर्यटकों के लिए उनके सामने खाना तैयार किया जाएगा। इसमें चूल्हे भी गांवों की तरह ही बनाए जाएंगे, जहां चबूतरे के आसपास पाट पर बैठकर पर्यटक खाने का आनंद ले सकेंगे।
मांडू में पर्यटकों के लिए विलेज टूर
यूं तो मांडू आने वाले पर्यटकों के लिए आसपास के विलेज टूर की व्यवस्था है और इसी टूर में पर्यटकों को लोकल फूड, संस्कृति का परिचय कराया जाता है, वहीं के लोगों के घरों में पर्यटकों के सामने खाना भी तैयार किया जाता है, लेकिन अब पर्यटन विकास निगम होटल परिसर में ही इसे तैयार करवा रहा है, ताकि लोग यहां संस्कृति का आनंद ले सके। विभाग की कोशिश है कि इसी महीने इसे शुरू कर दिया जाए। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, मांडू में बड़ी संख्या में युवा और लोग ग्रुप में आते हैं और इस तरह की मांग करते हंै। शुरू करने के बाद पर्यटकों के फीडबैक और सुझाव पर आने वाले समय में और बदलाव भी किए जाएंगे।
बनाएंगे भी, बनता भी देखेंगे
पर्यटन विकास निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक अजय श्रीवास्तव ने बताया कि पर्यटकों को यहां की संस्कृति के अनुरूप पारंपरिक खान-पान को खाने का मौका मिलेगा। यूं तो क्षेत्र में पारंपरिक खान-पान उपलब्ध है, लेकिन अब हमारी कोशिश है कि पर्यटकों को पारंपरिक खाना उनके सामने बनता हुआ दिखे और यदि वे खुद भी बनाना चाहें, तो बना सकें। इससे यहां की संस्कृति से रूबरू होने के साथ ही यहां के पारंपरिक पकवानों को बनाना सीखने का मौका भी मिलेगा। पर्यटकों को इस किचन में सीजनल लोकल भाजी, मक्का की रोटी, ज्वार की रोटी, सिलबट्टे पर उनके सामने तैयार की गई चटनी और दाल-पानिया का स्वाद मिलेगा।