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भारत में चीनी जासूसी नेटवर्क ने किये अहम खुलासे, पीएमओ और देश के महत्वपूर्ण मंत्रालय थे निशाने पर

नई दिल्ली ​।​​ ​पत्रकारिता की आड़ में चीन के लिए जासूसी कर रहे राजीव शर्मा के साथ गिरफ्तार की गई चीनी महिला और नेपाली युवक से ​जांच एजेंसियों की पूछताछ में बड़े खुलासे हुए हैं​​​।​​ ​प्रधानमंत्री कार्यालय के अलावा देश के कई अहम मंत्रालय और ​​इनमें कार्यरत उच्च ​अधिकारी चीनी जासूसों के निशाने पर थे​। दलाई लामा के बारे में भी चीन को जानकारियां देने की बात पहले ही पूछताछ में इन लोगों ने गिरफ्तारी के बाद कबूली थी। इससे पहले अगस्त में पकड़े गए चीनी जासूस चार्ली पेंग​ ने भी​​ कबूल किया ​था कि उसे दलाई लामा और उनके करीबी सहयोगियों की जानकारी जुटाने का टास्क चीनी खुफिया एजेंसियों ने दिया था, जिसके लिए उसने दिल्ली में कुछ लामाओं को रिश्वत भी दी है​​​​।

​चीन को देश की खुफिया जानकारी देने ​के आरोप में 14 सितम्बर को ​राजीव शर्मा ​को दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने पकड़ा था​।​ बाद में उसके दो साथी भी पकड़े गए, जिनमें एक ​​चीनी महिला ​​किंग शी ​थी, जो ​जामिया इस्लामिया के एक कोर्स में एडमिशन लेकर यहां चीन की ​एक ​कंपनी चला रही थी​​। इसी चीनी कंपनी में ​निदेशक ​नेपाली शख्स ​शेर सिंह ​को भी गिरफ्तार किया गया था। ​इस समय यह तीनों तिहाड़ में बंद हैं​।​ जांच एजेंसियों ने इनसे जेल में जाकर कई दौर की पूछताछ की है जिसमें तमाम चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं​।​

चीनी महिला ​​किंग शी​ ने पूछताछ में ​कबूला ​है कि चीन ने ​प्रधानमंत्री कार्यालय ​(​​​पीएमओ​)​ समेत बड़े ​मंत्रालयों के बारे में अंदरूनी जानकारी देने को कहा था। ​​जासूसी टीम ​से यह भी जानकारी मांगी गई थी कि कौन-कौन से मंत्रालय महत्वपूर्ण हैं, इनमें कौन ​सा पद अहम है​,​ कौन किस पद पर तैनात है और कितना प्रभावशाली है।​​ इसके अलावा भारतीय ​मंत्रालयों के उच्च अधिकारियों और ब्यूरोक्रेट्स ​के बारे में भी जानकारी खंगाली जा रही थी।​

यह भी खुलासा हुआ है कि प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अलावा तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा और भारत में लगाए गए सुरक्षा उपकरण भी चीनी जासूसों के निशाने पर थे। ​चीनी जासूस से पूछताछ में एजेसियों के हाथ कुछ दस्तावेज लगे हैं, जिसके मुताबिक पीएमओ के अधिकारियों और दलाई लामा की हर गतिविधि की जानकारी ली जा रही थी। पूछताछ में ​चीनी महिला ​​किंग शी ने कोलकाता की एक प्रभावशाली महिला का भी नाम लिया है। इस महिला की मुलाकात ​चीनी जासूस ​​किंग शी से करवाई गई थी। यही महिला अहम गोपनीय भारतीय दस्तावेज मुहैया कराती थी, जिसे चीनी भाषा में अनुवाद करके चीनी आकाओं को भेजने की जिम्मेदारी किंग शी को दी गई थी।

भारत में चीनी जासूसी नेटवर्क का खुलासा इनकम टैक्स विभाग ने 11 अगस्त को हवाला कारोबार से जुड़े चीनी नागरिकों और दिल्ली, गुरुग्राम और गाजियाबाद में उनके सहयोगियों के 21 परिसरों में छापे मारकर किया था। इस दौरान पकड़े गए चार्ली पेंग ने कबूल किया था कि उसे दलाई लामा और उनके करीबी सहयोगियों की जानकारी जुटाने का टास्क चीनी खुफिया एजेंसियों ने दिया था, जिसके लिए उसने दिल्ली में कुछ लामाओं को रिश्वत भी दी है। इसी दौरान चार्ली पेंग के कहने पर खुलवाये गए 40 डमी बैंक खातों में 10 अरब रुपये जमा होने का पता चला। हवाला का काला कारोबार 1000 करोड़ से बढ़कर 3000 हजार करोड़ का होने पर चीनी नागरिक चार्ली पेंग के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने भी मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज कर किया है। इसके बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने जब उससे पूछताछ की तो भारत में चीनी जासूसी नेटवर्क का खुलासा हुआ।

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