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चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था 7 फीसदी की दर से बढ़ेगी: मुख्य आर्थिक सलाहकार

-नागेश्वर ने कहा, वित्त वर्ष 2022-23 में आर्थिक वृद्धि दर 7 फीसदी रहेगी

नई दिल्ली/मुंबई। अर्थव्यवस्था के मोर्चे (economy front) पर अच्छी खबर है। देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) वी. अनंत नागेश्वर (V. Anant Nageshwar) ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 (financial year 2022-23) में देश की अर्थव्यवस्था (country’s economy) 7 फीसदी की दर (rate of 7 percent) से बढ़ेगी। इससे पहले जनवरी में आर्थिक वृद्धि दर आठ फीसदी रहने की संभावना जताई गई थी।


नागेश्वर ने मंगलवार को यहां ग्लोबल फिनटेक फेस्ट समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की वृद्धि दर का अनुमान घटकर 7 फीसदी के आसपास आ गया है। नागेश्वरन ने इसके लिए कोरोना महामारी के विलंबित दुष्प्रभावों और यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पैदा हुए हालात को जिम्मेदार ठहराया। हालांकि, सीईए ने आर्थिक वृद्धि दर के पिछले अनुमान से कम रहने की आशंका जताने के साथ ही कहा कि आर्थिक रफ्तार और जिंदादिली की भावना को लेकर कोई संदेह नहीं है।

उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष 2022-23 के लिए जनवरी के आखिर में पेश आर्थिक समीक्षा में देश की आर्थिक वृद्धि दर 8-8.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया था। वहीं, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआरई) ने चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 7.2 फीसदी रहने की संभावना जताई है। इसके अलावा कई रेटिंग्स एजेंसियों ने भी विकास दर के अनुमान को घटा दिया है।

हालांकि, मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी 13.5 फीसदी की गति से बढ़ी है, लेकिन कुछ विश्लेषकों ने इसमें आगे चलकर और कमी आने की आशंका जताई है। (एजेंसी, हि.स.)

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