इंदौर। एमवाय अस्पताल के डॉक्टरों पर कई बार लापरवाही के आरोप लगे है, लेकिन रात को एक नजारे को देखने के बाद ये कहा जा सकता है कि ये डॉक्टर हर बार लापरवाह नहीं होते, एक छात्र पेट में जब चाकू धसा तो उसे निकालने के लिए डॉक्टरों ने ऑपरेशन थियेटर में जी-जान लगा दी और उसे जिंदा बाहर लेकर आए। नजारा यह था कि न सिर्फ छात्र की जान हलक में अटकी थी, बल्कि ऑपरेशन थियेटर के बाहर खड़े उसके परिजन की सांसे भी उपर नीचे उस समय तक होती रही जब तक की अंदर से उसके सुरक्षित होने की खबर नहीं आई।
दरअसल कल खजराना क्षेत्र के हिना पैलेस बिलाल मस्जिद के पास से 17 साल का 11 वीं कक्षा का छात्र नुमान पिता नौशाद गुजर रहा था। वह घर से मेडिकल पर दवाई लेने के लिए निकला था। तभी उसके परिचित तीन बच्चे चिढ़ाने लगे। जिसका नुमान ने विरोध किया तो इनमें से एक बच्चे चायनीज चाकू निकालकर नुमान पर हमला कर दिया। चाकू पेट में उसकी आंतडिय़ों में जाकर अटक गया। इसके बाद हमलावर नाबालिग वहां से भाग गए। आसपास के लोगों ने नुमान को संभाला और घरवालों के खबर देकर एमवाय अस्पताल पहुंचाया। यहां उसके पेट में धंसे चाकू निकालने के लिए डॉक्टर उसे ऑपरेशन थियेटर लेकर गए और सफलता पूर्वक घंटों मशक्कत के बाद पेट में धंसा चाकू निकाला गया। अभी छात्र की हालात सामान्य बनी हुई है।
बच्चे ने मां की साड़ी का मोती नाक में डाल लिया…
एक अन्य मामले में एक मासूम बच्चे ने खेल-खेल में मां की साड़ी में लगा मोती नाक में डाल लिया। उसे भी डॉक्टरों ने मशक्कत के बाद निकाला। रोहन नामक एक मासूम बच्चे को उसकी मां माधुरी और अन्य रिश्तेदार कल रात को एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचे। माधुरी ने बताया कि रोहन ने खेल-खेल में साड़ी पर लगा मोती नाक में डाल लिया और मोती अंदर चला गया। रोहन छोटा होने के चलते बोल नही सकता। उसे तकलीफ हुई तो वह इशारों में बताने लगा। इसके बाद एमवाय के डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर मोती को बाहर निकाला।