ड्रग माफिया पर भी टूट पड़ा प्रशासन…
इन्दौर। प्रशासन, पुलिस और नगर निगम के अमले ने आज फिर ड्रग माफियाओं के खिलाफ अभियान के चलते हरसिद्धि में बने 5 कच्चे मकानों को ढहाने की कार्रवाई की। अनेक प्रकरणों वाले रवि काला पर मादक पदार्थों की तस्करी का भी आरोप है। उसी के चलते उसे रिश्तेदारों और परिजनों के मकान ढहा दिए गए। कार्रवाई के पहले निगम के अफसरों ने पूरे क्षेत्र का मुआयना कर लिया था और बिजली की लाइन काटने के बाद तोडफ़ोड़ शरू कर दी।
इससे पहले नगर निगम, पुलिस और प्रशासन द्वारा कई ड्रग माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनके मकान ढहाने की कार्रवाई की गई थी और कुछ दिनों तक मुहिम बंद रहने के बाद आज फिर शुरू की गई। नगर निगम के अधिकारियों के साथ प्रशासन और पुलिस के अधिकारी सुबह हरिसिद्धि क्षेत्र में नरसिंह टेकरी परिसर के समीप रवि काला के बने मकानों को तोडऩे अमला पहुंचा। अधिकारियों के मुताबिक वहां रवि और परिजनों के 4 मकान हैं जो कच्चे बने हुए थे, निगम अधिकारियों ने वहां से सामान हटवाने के बाद तोडफ़ोड़ शुरू करवा दी। पास में एक मंदिर होने के कारण कार्य पूर्ण सावधानी से किया गया ताकि किसी तरह का कोई बखेड़ा न हो। हालांकि कार्रवाई से पहले आसपास के मकानों में चल रहे प्रकरण के चलते बोर्ड भीन लगाया गया था, मगर निगम अधिकारियों ने किसी की नहीं सुनी और तोडफ़ोड़ की कार्रवाई शुरू कर दी। इधर विजय नगर पुलिस ने जिन ड्रग माफियाओं को पकड़ा है। उनके बारे में बताया जा रहा है कि इन माफियाओं के बीच बी ड्रग के भाव को लेकर प्रतिस्पर्धा भी सद्दाम, धीरज और अदनान सस्ती ड्रग बेचते थे। 10 ग्राम ड्रग को लेकर 1800 रुपए के भाव वसूलते थे। सागर जैन 4000 हजार तक वसूलता था। हालांकि इन लोगों का टारगेट ज्यादातर युवतियां रहती थी। एमडी ड्रग को लेकर कहा जा रहा है कि शहर में बड़े दाने वाली एमडी ड्रग के साथ पाउडर भी बेचा जाता था।
पूर्व में भी एक और मकान तोड़ा जा चुका है
करीब 2 से 3 माह पहले नगर निगम में हरसिद्धि क्षेत्र में ही रवि काला के एक और मकान को तोडऩे की कार्रवाई की थी। रवि काला पर रावजी बाजार, पंढरीनाथ और कई अन्य थानों में प्रकरण दर्ज हैं। प्राणघातक हमले से लेकर मादक पदार्थों की तस्करी के भी प्रकरण रवि और उसके साथियों पर दर्ज हो चुके हैं। इसके अलावा प्रशासन ने पुराने बदमाशों के घर भी तोड़े इनमें से कुछ लोगों पर ड्रग तस्करी के आरोप भी लग चुके हैं।