इंदौर न्यूज़ (Indore News)

इंदौर डेंगू की चपेट में, 21 बच्चे, 76 पुरुष व 63 महिलाएं पीडि़त

– डेंगू बुखार उतरा पर कमजोरी और दर्द जारी
– 100 से ज्यादा ठीक हुए मरीजों की पीड़ा
– डेंगू की चपेट में 21 बच्चे भी शामिल …
– कुल डेंगू पीडि़तों में 76 मेल, 63 फीमेल शामिल
– 4 वेरिएंट का होता है डेंगू वायरस
इंदौर। डेंगू (Dengue)  के अभी तक जितने मरीज (patient) मिले हैं उनमें से 100 से ज्यादा डेंगू (Dengue) पीडि़त (victim) ठीक तो हो चुके हैं, मगर शरीर में कमजोरी, बदन व जोड़ों के दर्द से निजात नहीं मिली है। डेंगू की चपेट में आने वालों में 21 बच्चे भी शामिल हैं।
स्वास्थ्य विभाग (Health Department)  इस बात का विशेष ध्यान रख रहा है कि डेंगू (Dengue) का वायरस अपना वेरिएंट तो नहीं बदल रहा है। सरकारी आंकड़ों ( government statistics) के हिसाब से अभी तक 139 डेंगू पीडि़तों (victims) की पहचान हो चुकी है। जिला मलेरिया अधिकारी दौलत पटेल (daulat patel) का कहना है कि यह सही है कि शहर में हर दिन डेंगू (Dengue)  के मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है, मगर जितने मरीज मिल रहे हैं, उनमें से 100 से ज्यादा ठीक भी हो चुके हैं। डेंगू पीडि़तों (victims)  में 76 पुरुष व 63 महिलाएं शामिल हैं।


डेन -1
डेंगू वायरस पीडि़त (dengue virus victim) में यह लक्षण दिखाई देते हैं। साधारण डेंगू (Dengue)  बुखार में ठंड लगने के बाद अचानक तेज बुखार (fever) आता है। सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होता है। आंखों के पिछले हिस्से में दर्द होता है जो आंखों को दबाने या हिलाने से और बढ़ जाता है। अत्यधिक कमजोरी होना, भूख न लगनास, जी मिचलाना और मुंह का स्वाद खराब होना, गले में दर्द होना, चेहरे, गर्दन और छाती पर लाल-गुलाबी रंग के चकत्ते होना, ये सभी सामान्य डेंगू बुखार के लक्षण हैं। यह करीब 5 से 7 दिन तक रहता है।
डेन -2
डेंगू हैमरेजिक बुखार (dengue hemorrhagic fever) दूसरे प्रकार का डेंगू है। नाक और मसूड़ों से खून आना, शौच या उल्टी में खून आना, त्वचा पर गहरे नीले-काले रंग के छोटे या बड़े चकत्ते पड़ जाना इसके लक्षण हैं।
डेन-3
डेंगू शॉक सिंड्रोम (dengue shock syndrome) तीसरे प्रकार का डेंगू है। इसमें मरीज बहुत बेचैन हो जाता है और धीरे-धीरे होश खोने लगता है। तेज बुखार के बावजूद ठंड लगना, नाड़ी कभी तेज चलना तो कभी धीरे चलना और ब्लड प्रेशर बहुत कम हो जाना।
डेन-4
डेंगू वायरस का डेन -4 वेरिएंट (den-4 variant) अत्यधिक खतरनाक होता है। इससे मरीज की मौत की संभावना बहुत बढ़ जाती है।


इंदौर में अभी तक डेंगू का डेन-1 वेरिएंट, इसलिए खतरा कम…
स्वास्थ्य विभाग (Health Department)  के अनुसार इंदौर में अभी तक डेंगू (Dengue)  वायरस का वेरिएंट डेन -1 में ही है। चिंता की कोई बात नहीं है। नए मरीज मिल रहे हैं तो उससे 3 गुना मरीज ठीक हो रहे हैं। हमारी टीमें लगातार लार्वा का सर्वे कर रही हैं। जहां लार्वा पॉजिटिव मिल रहा है, वहां इसे तुरंत नष्ट किया जा रहा है। रहवासियों को समझाइश दी जा रही है कि डेंगू (Dengue)  के लक्षण महसूस होने पर स्वयं दवाई न लें, तुरंत डॉक्टर को दिखाएं और ब्लड की जांच कराएं।

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