20 लाख स्क्वेयर फीट से ज्यादा के भूखंड पीडि़तों के लिए करवाए उपलब्ध… पहली बार पुलिस-प्रशासन का ऐसा खौफ आया नजर
इंदौर। भूमाफियाओं (Land mafia) के खिलाफ पूर्व में भी दो बड़े अभियान चले मगर भूखंड पीडि़तों (plot victims) को अधिक न्याय नहीं मिल सका। मगर इस बार कलेक्टर मनीष सिंह (collector Manish Singh) की सख्ती और सूझबूझ के चलते पीडि़तों को मौके पर कब्जे भी मिल रहे हैं, तो दूसरी तरफ चर्चित भूमाफिया भागे-भागे फिर रहे हैं और जिन रसूखदारों ने संस्थाओं (institutions) की जमीनें अपने नाम करवा ली वे भी एक-एक कर सरेंडर कर रहे हैं। अभी तक 20 लाख स्क्वेयर फीट से अधिक संस्थाओं की जमीनें प्रशासन के समक्ष सरेंडर हो चुकी है। अब इनकी रजिस्ट्रियां भी कोर्ट के जरिए शून्य करवाई जाएगी। 2 हजार करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की इस बेशकीमती जमीनों पर भूखंड पीडि़तों (plot victims) को तेजी से कब्जे दिलवाए जा रहे हैं। आने वाले दिनों में करोड़ों रुपए मूल्य की और भी जमीनें इसी तरह सरेंडर होगी, जिनकी जांच-पड़ताल चल रही है, जिसमें प्राधिकरण से अनुबंधित संस्थाओं और उसके बदले मिली जमीनों की जांच भी शामिल है। पहली बार शासन-प्रशासन (government-administration), पुलिस का एक खौफ अवैध रूप से जमीनें खरीदने वालों में नजर आ रहा है।
संस्थाओं की आम सभा भी एक-एक कर आयोजित की जा रही है। आज मजदूर पंचायत (Mazdoor Panchayat) और देवी अहिल्या (Devi Ahilya) की सभा बुलाई गई है, जिसमें इन सरेंडर की गई जमीनों के संबंध में ठहराव प्रस्ताव किए जाएंगे। पुलिस के हाथ कल एक और फरार भूमाफिया केशव नाचानी धराया, जिसे उदयपुर के फार्म हाउस से गिरफ्तार किया गया, तो दूसरी तरफ इंदौर हाईकोर्ट ने भी कल एक अनूठा और अभिनव फैसला दिया, जिसमें जेल में बंद आरोपी से 17 पीडि़तों की रजिस्ट्री करवाने के आदेश दिए। दूसरी तरफ देवी अहिल्या, मजदूर पंचायत, श्री राम गृह निर्माण से लेकर अन्य संस्थाओं द्वारा बेची गई जमीनों को सरेंडर करवाया जा रहा है। बीते 15 साल में इन संस्थाओं की जमीनों को भूमाफियाओं ने ठिकाने लगाया है। इसकी शुरुआत सबसे पहले अयोध्यापुरी से कलेक्टर मनीष सिंह ने शुरू करवाई और यहां पर पीडि़तों को उनके भूखंडों के कब्जे तो दिलवाए, वहीं जिन रसूखदारों ने जमीनें खरीद ली थी, उनसे सरेंडर भी करवाई गई। श्री राम गृह निर्माण की 15 एकड़ जमीन. गुरु कृपा एसेन्स, बीपीए सिविलकॉन से सरेंडर करवाई गई, तो जागृति गृह निर्माण की 26 हजार 400 स्क्वेयर फीट जमीन दीप गणेश से और 1 लाख 80 हजार स्क्वेयर फीट सविता गृह निर्माण से सरेंडर हुई है। इसी तरह श्री महालक्ष्मी नगर की जमीनें मिरांडा, मनीकरण, मुमेंटम, सन्नी, रजत, बेस्टैग इंडिया से सरेंडर करवाई जा रही है, तो मजदूर पंचायत की केशव नाचानी, मल्हार होटल्स व अन्य से सरेंडर होगी। अयोध्यापुरी की ही केएस आइल, पुष्पेन्द्र ठाकुर सहित अन्य से सरेंडर करवाई गई है, जिसके चलते अयोध्यापुरी, पुष्प विहार में ही 700 से अधिक पीडि़तों को मौके पर भूखंडों के कब्जे भी मिल गए हैं।
श्री राम गृह निर्माण संस्था की 18 खसरों की जमीनें मद्दे के ही नाम…हिना पैलेस में नियमितीकरण कराया
मजदूर पंचायत और देवी अहिल्या के साथ श्री राम गृह निर्माण की भी जमीनें भूमाफियाओं ने ठिकाने लगाई। श्रीराम में तो सबसे अधिक जमीन दिलीप सिसौदिया उर्फ दीपक मद्दे के नाम पर ही है, जिसमें हीना पैलेस में जमीनें शामिल कर फर्जीवाड़ा किया गया। श्रीराम की हालांकि कुछ जमीन श्री गणपति मंदिर खजराना विस्तार के लिए भी ली गई, लेकिन अन्य जमीनें सिविलकॉन प्रा.लि. के विमल तोडी को बेच दी गई, तो इसी तरह कुछ जमीनें मोमेंटम जीआरपी डायरेक्टर रविन्दरसिंह भाटिया, गुरुकृपा, एसएस रियल इस्टेट के अलावा दीपक मद्दे के पास पहुंच गई और कई जमीनों की रजिस्ट्रियां मद्दे ने अपने नाम पर भी करवा रखी है, जिसमें 1043/1, 1043/2, 1043/3, 1043/4 के अलावा 1048, 1049/1, 1049/2, 1050/1, 1050/3, 1051, 1058, 1059/2, 1060, 1162, 1094/1, 1094/2/2, 1095/1 के अलावा 1057 की 18 से अधिक खसरा नम्बरों की जमीनें दीपक ने अपने नाम करवा ली, जो कि करोड़ों रुपए मूल्य की है। इसकी अन्य जमीनें भी सरेंडर करवाई जा रही है।