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बहनों की जिन्दगी में नया सौभाग्य लाएगा 10 जून: शिवराज

– प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश और मध्यप्रदेश बढ़ रहा है आगेः मुख्यमंत्री

भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि प्रदेश की बहनों के आर्थिक सशक्तिकरण (economic empowerment of sisters) के लिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना (Chief Minister Ladli Behna Yojana) बनाई गई है। योजना से बहनें लाभ लेकर आत्म-निर्भर होंगी और उनकी छोटी-छोटी आर्थिक जरूरतें पूरी हो सकेंगी। उन्होंने कहा कि 10 जून (June 10) बहनों की जिन्दगी में नया सौभाग्य (New luck life of sisters) लायेगा। इस दिन पात्र सभी बहनों के खाते में एक-एक हजार रुपये की राशि अंतरित की जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान बुधवार को उमरिया जिले में राज्य स्तरीय रोजगार दिवस और महिला सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

राज्यपाल मंगुभाई पटेल (Governor Mangubhai Patel) और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को उमरिया जिले में राज्य स्तरीय रोजगार दिवस और महिला सम्मेलन में शामिल हुए। उन्होंने प्रदेश की 1309 एमएसएमई इकाइयों को 271 करोड़ 41 लाख रुपये का अनुदान और 2 लाख 26 हजार 647 युवाओं को विभिन्न स्व-रोजगार योजनाओं में 2114 करोड़ 48 लाख रुपये के लोन उपलब्ध कराने की प्रतीकात्मक शुरूआत की। कार्यक्रम में 388 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन भी किया गया। मुख्यमंत्री ने स्व-रोजगार से जुड़े सागर, ग्वालियर, उज्जैन और मण्डला जिले के युवाओं से वर्चुअली संवाद कर उनका मनोबल बढ़ाया। उन्होंने विभिन्न योजनाओं में हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किये।


सिकलसेल और टीबी मुक्त प्रदेश बनाने में सभी सहभागी बने : राज्यपाल
राज्यपाल पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत से सिकल सेल एनीमिया एवं टीबी के उन्मूलन का संकल्प लिया है। इस जनहितकारी संकल्प को सफल बनाने के लिए हम सभी को एकजुट होकर प्रयास करना होंगे। विशेषकर जनजातीय बहुल 20 ज़िले जो इस रोग से सबसे ज़्यादा प्रभावित हैं, वहाँ इसकी जाँच प्रारंभ की जा चुकी है, सभी नागरिक अपनी जाँच अवश्य कराएं। केंद्र सरकार द्वारा आनुवांशिक सिकल सेल एनीमिया के लिए वर्ष 2047 एवं टीबी उन्मूलन के लिए वर्ष 2025 तक का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि टीबी रोग को छुपाये नहीं, लक्षण होने पर तुरंत चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त करें।

राज्यपाल ने कहा कि हमारा देश गाँवों में बसता है। गाँव की ख़ुशहाली से देश मज़बूत और विकसित होगा। ग्रामीण विकास की केंद्रीय एवं राज्य सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश सदैव अव्वल रहता है। उन्होंने शासन द्वारा महिलाओं के लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यमों को सरकारी ख़रीद में प्राथमिकता देने के निर्णय की सराहना की। साथ ही मातृ वंदना योजना के क्रियान्वयन में प्रथम रहने पर राज्य सरकार को बधाई दी। उन्होंने लाड़ली लक्ष्मी योजना एवं मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का उल्लेख करते हुए राज्य सरकार के महिला सशक्तिकरण के प्रयासों की सराहना की।

उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि राज्य सरकार सभी वर्गों, युवा, महिला, वंचित वर्ग एवं जनजातीय विकास के लिए पूरे समर्पण से कार्य कर रही है। राज्य सरकार ने जल, जंगल एवं ज़मीन पर जनजातीय समाज के पारंपरिक अधिकारों को सशक्त बनाने के लिए जनजातीय बहुल 20 ज़िलों के 11 हज़ार 457 ग्रामों में पेसा एक्ट लागू कर दिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पहले बेटियों को बोझ समझा जाता था। आधुनिक चिकित्सा संसाधनों का सहारा लेकर कोख में ही बेटियो का कत्ल कर दिया जाता था। इस स्थिति को सुधारने के लिए मैंने तय किया कि बेटियों को भी बेटों के समान विकास के सभी अवसर मुहैया हो। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने बहनों को पंचायतों और नगरीय निकायों में समुचित प्रतिनिधित्व मिले, इसके लिए आरक्षण का प्रावधान किया। आज प्रदेश में 50 प्रतिशत ग्राम पंचायतों में महिला सरपंच चुनी गई हैं, जो चमत्कार से कम नहीं है। राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के नाम पर भूमि की रजिस्ट्री किए जाने पर छूट दी गई, जिससे अब भूमि, आवास और दुकानों की रजिस्ट्री महिलाओं के नाम पर होने लगी हैं।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारा देश और मध्यप्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश में आजीविका मिशन से बहनों के आर्थिक सशक्तिकरण के प्रयास निरंतर किए जा रहे हैं। आज स्व-सहायता समूहों के खाते में राशि अंतरित की गई है। उन्होंने कहा कि हर गाँव में स्व-सहायता समूह और लाड़ली बहना सेना भी बनाये।

समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, जनजातीय कार्य मंत्री मीना सिंह, विधायक शिवनारायण सिंह और पूर्व सांसद एवं पूर्व मंत्री ज्ञान सिंह ने भी संबोधित किया। इस मौके पर क्षेत्रीय सांसद हिमांद्री सिंह, जन-प्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में बहनें और नागरिक उपस्थित रहे।

पद्मश्री जोधइया बाई का किया सम्मान
उमरिया जिले की अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त एवं पद्मश्री पुरस्कार से विभूषित चित्रकार जोधइया बाई ने राज्यपाल पटेल तथा मुख्यमंत्री चौहान को स्व-निर्मित पेंटिंग भेंट की। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने जोधइया बाई का शाल-श्रीफल से सम्मान किया। उन्होंने कहा कि जोधइया बाई की प्रतिभा से उमरिया जिले के साथ पूरा प्रदेश भी सम्मानित हुआ है। हम सबको इसका गर्व है। मुख्यमंत्री को लाड़ली बहना योजना लागू करने के लिए जिले की बहनों ने धन्यवाद स्वरूप हस्तलिखित 25 हजार पाती एवं राखी और आकाशकोट समूह नल-जल योजना की स्वीकृति के लिये जल कलश भेंट किया।
मुख्यमंत्री ने दी अनेक सौगातें

मुख्यमंत्री ने उमरिया जिले को अनेक सौगातें दी। उन्होंने बिलासपुर में डिग्री कॉलेज, पिनौरा एवं निगहरी उप स्वास्थ्य केन्द्र का उन्नयन, आकाशकोट में शंकर शाह, शबरी माता तथा महाराणा प्रताप की मूर्ति लगवाने, अमरपुर एवं बरबसपुर को तहसील का दर्जा देने, मानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा इंदवार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के उन्नयन, भरेवा में महाविद्यालय और जिला मुख्यालय उमरिया में हॉकी एस्ट्रोटर्फ मैदान बनाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में ग्राम विलाईकापर से आये गरीब परिवार के बच्चों का नि:शुल्क उपचार करने के निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री ने जन अभियान परिषद, मुख्यमंत्री जन सेवा मित्र और पेसा नियम के मोबलाइजर्स से संवाद किया। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों मे घर-घर संपर्क कर ऑडियो, वीडियो, दीवार लेखन एवं अन्य प्रचार संसाधनों से शासन की योजनाओं का संदेश पहुँचाने की बात कही।

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