भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

सत्ता और संगठन से अलग थलग चल रहे कमल पटेल

  • जबलपुर संभागायुक्त को पत्र लिखकर अवैध उत्खनन अभियान पर उठाए सवाल

भोपाल। प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल पिछले एक महीने से सत्ता और संगठन से अलग-थलग चल रहे हैं। एक पखवाड़े पहले उन्होंने संगठन से बिना पूछे अपने गृह नगर हरदा में नर्मदा किनारे उपवास किया और नर्मदा परिक्रमा की। अब अवैध उत्खनन को लेकर उन्होंने नरसिंहपुर कलेक्टर पर अनसुनी के बहाने सरकार की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। पटेल ने पत्र ऐसे समय में लिखा है, जब सरकार अवैध उत्खनन रोकने के लिए माफिया के खिलाफ अभियान चलाने का दावा कर रही है। जबकि विपक्ष इस अभियान पर सवाल खड़े कर रहा है। विपक्ष पटेल के पत्र के बहाने दो दिन बाद शुरू होने रहे विधानसभा सत्र में सरकार की घेराबंदी कर सकता है। पटैल ने रेत के अवैध उत्खनन में इस बार नरसिंहपुर कलेक्टर वेदप्रकाश पर गंभीर आरोप लगे हैं। कृषि मंत्री कमल पटेल ने जबलपुर कमिश्नर बी चंद्रशेखर को पत्र लिखकर कहा है कि अवैध खनन की जानकारी देने के बाद भी नरसिंहपुर कलेक्टर कार्रवाई नहीं कर रहे। नर्मदा नदीं में लगातार अवैध खनन जारी है। साफ है कि जिला प्रशासन की मिली भगत के बिना यह संभव नहीं है। पटेल के इस पत्र के बाद प्रदेश में रेत के अवैध खनन का बड़ा खुलासा हुआ है। पटेल इससे पहले भी कई बार अवैध खनन का मसला उठा चुके हैं। उनके गंभीर आरोप के बारे में कलेक्टर से संपर्क किया गया, लेकिन बात नहीं हुई।

कलेक्टर और अन्य अफसरों पर करें कार्रवाई
पटेल ने कमिश्नर को लिखा कि जिन प्रशासनिक अधिकारियों का सीधा दायित्व है कि वे अवैध खनन रोकें, वे भी कार्रवाई नहीं कर रहे। लिहाजा नरसिंहपुर के जिम्मेदार अधिकारियों खनिज अफसर, खनिज निरीक्षक, एसडीएम और तहसीलदार के साथ थाना प्रभारी के विरुद्ध तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। उन्हें निलंबित करें। मंत्री ने पत्र में लिखा कि अवैध खनन करने वालों के वाहनों पोकलेन मशीन, जेसीबी, पनडुब्बी राजसात करके रासुका लगाई जाए। जो ठेकेदार अवैध खनन कर रहे, उनके ठेके निरस्त करें। पटेल ने कलेक्टर को जिला खनिज अधिकारी, खनिज निरीक्षक, तहसीलदार और थानेदार को निलंबित करने के निर्देश दिए।

नर्मदा परिक्रमा में जुटाए साक्ष्य
कमल पटेल ने 4 फरवरी को हरदा में नर्मदा किनारे कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों की सदबुद्धि के लिए उपवास किया था। इसके बाद वे नर्मदा की परिक्रमा पर निकल गए थे। नर्मदा परिक्रमा के दौरान उन्होंने अवैध उत्खनन के साक्ष्य जुटाए थे। पटेल ने अन्य जिलेां में भी नर्मदा नदी से पोकलेन से रेत निकालने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने वीडियो जारी कर कहा है कि उनके पास इसे पुख्ता साक्ष्य हैं कि नर्मदा से मशीन से अवैध रूप से रेत का खनन हो रहा है। पटेल का दावा है कि अन्य जिलों में भी नर्मदा में अवैध उत्खनन हो रहा है।

पहले भी सरकार के खिलाफ खोल चुके हैं मोर्चा
शिवराज सरकार के पिछले कार्यकाल में भी कमल पटेल ने नर्मदा में अवैध उत्खनन का मामला जोर-शोर से उठाया था। तब पटेल अवैध उत्खनन को लेकर एनजीटी तक भी गए थे। पटेल ने सरकार पर सीधे तौर पर कोई आरोप नहीं लगाया, लेकिन इस मुद्दे पर घेरने की कोशिश की थी। अब पटेल खुद मंत्री हैं। ऐसे में उनका रेत उत्खनन मामले में कलेक्टर पर कार्रवाई के लिए जबलपुर संभागायुक्त को पत्र लिखने के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं।

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