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राजकुमार से हुआ था लता मंगेशकर को प्यार, इस वजह से अधूरा रहा उनका शादी का सपना

नई दिल्ली। पहली नजर का इश्क कभी नहीं भुलाया जा सकता है। सुरों की मल्लिका और भारत रत्न (Bharat Ratna) से सम्मानित लता मंगेशकर लता (Lata Mangeshkar Lata) मंगेशकर के लिए भी कुछ ऐसा ही कहा जा सकता है। कहते हैं कि लता मंगेशकर को एक महाराजा से इश्क हो गया था, जो उनके भाई का दोस्त भी था। अगर शादी होती तो लता एक राज्य की महारानी (queen of the kingdom) बन जातीं। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। लता मंगेशकर को संगीत की मल्लिका कहा जाता है। आपको बता दें कि लता मंगेशकर 30 से ज्यादा भाषाओं में गाने गा चुकी हैं। इसके साथ ही वह एकमात्र ऐसी जीवित शख्सियत हैं, जिनके नाम पर पुरस्कार दिए जाते हैं।

लता मंगेशकर के शादी नहीं करने की दो वजहें सामने आई हैं। लता मंगेशकर की किसी से शादी नहीं करने के फैसले के पीछे दो प्रमुख वजह हैं। पहली जिसे हर कोई जानता है कि कम उम्र से ही, उन्होंने अपने भाई-बहनों, मीना, आशा, उषा और हृदयनाथ की केयर की थी। उनकी एजुकेशन (education) से लेकर करियर में स्थिरता लाने तक भाई-बहनों की देखभाल की और अपने लिए वक्त नहीं निकाल पाईं। साल बीत गए, दशक बीत गए, और जब लता मंगेशकर के मन में शादी को करने का विचार आया, तो नसीब ने उनका साथ नहीं दिया।


दिवंगत क्रिकेटर और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष राज सिंह डूंगरपुर (Raj Singh Dungarpur), लता के भाई हृदयनाथ मंगेशकर (Hridaynath Mangeshkar) के करीबी दोस्त थे। राज सिंह राजस्थान के शाही परिवार से ताल्लुक रखते थे और डूंगरपुर के तत्कालीन राजा स्वर्गीय महारावल लक्ष्मण सिंहजी (Maharawal Laxman Singhji) के सबसे छोटे बेटे थे। हृदयनाथ मंगेशकर और राज सिंह डूंगरपुर (Raj Singh Dungarpur) अच्छे दोस्त थे। उनकी ज्यादातर मुलाकातें हृदयनाथ के घर पर होती थीं, और यही वह समय था जब राज सिंह ने अपने अच्छे दोस्त की सबसे बड़ी बहन लता मंगेशकर के बातचीत शुरू की। राज सिंह और लता के बीच कई मुलाकातों के बाद, दोनों एक-दूसरे के लिए कुछ महसूस करने लगे थे और समय के साथ, उन्हें एक-दूसरे से प्यार हो गया था। राज सिंह लता मंगेशकर को ‘मिट्ठू’ नाम से बुलाते थे।

जानकारी के मुताबिक लता मंगेशकर और राज सिंह डूंगरपुर दोनों शादी करने की प्लानिंग बना रहे थे, लेकिन जब राज सिंह ने अपने पैरेंट्स (parents) को इस बारे में बताया, तो उनके पिता महारावल लक्ष्मण सिंहजी ने शादी होने से मना कर दिया। इसके पीछे का कारण यह था कि लता एक शाही परिवार से नहीं थी। इसलिए, महारावल लक्ष्मण अपने बेटे राज सिंह की शादी एक आम लड़की से नहीं करने दे सकते थे। महारावल लक्ष्मण सिंहजी के फैसले ने राज सिंह डूंगरपुर और लता मंगेशकर के सपनों को एक पल में तोड़ दिया था। राज सिंह ने अपने पिता के सम्मान में उनके फैसले को मान लिया लेकिन एक उन्होंने आजीवन शादी नहीं करने का फैसला किया। लता मंगेशकर ने राज सिंह के फैसले की तरह आजीवन शादी नहीं करने का फैसला किया।

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