नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को सदन से निलंबित कर दिया गया है। विशेषाधिकार समिति की जांच रिपोर्ट आने तक वह सदन से निलंबित रहेंगे। राघव चड्ढा पर कई सांसदों ने फर्जी हस्ताक्षर का आरोप लगाया था। राज्यसभा से निलंबित किए जाने के एक दिन बाद AAP नेता ने शनिवार को X (Twitter) पर अपना बायो बदल दिया है।
राघव चड्ढा ने अपना X (Twitter) बायो बदलकर “सस्पेंडेड मेंबर ऑफ पार्लियामेंट” कर लिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद से आयोग्य करार होने के बाद अपना X (Twitter) बायो बदल कर Dis’Qualified MP लिख लिया था। राघव चड्ढा के X (Twitter) बायो पर अब सांसद की जगह संस्पेंडेड एमपी लिखा आ रहा है।
सांसद राघव चड्ढा का निलंबन तब हुआ जब सदन के नेता पीयूष गोयल ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक, 2023 के लिए प्रस्तावित चयन समिति में उच्च सदन के कुछ सदस्यों के नाम उनकी सहमति के बिना शामिल करने के लिए आप नेता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके बाद सांसदों ने आपत्ति दर्ज कराई थी।
शुक्रवार रात जारी एक बयान में राघव चड्ढा ने कहा, “मेरा निलंबन आज के युवाओं के लिए भाजपा की ओर से एक सख्त संदेश है, यदि आप सवाल पूछने की हिम्मत करेंगे, तो हम आपकी आवाज को कुचल देंगे। मुझे कठिन सवाल पूछने के लिए निलंबित कर दिया गया, दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी, दिल्ली सेवा विधेयक पर संसद में अपने भाषण के दौरान कोई जवाब नहीं दे पाई।”
राघव चड्डा ने आगे कहा, “मेरा अपराध दिल्ली के राज्य के मुद्दे पर भाजपा के दोहरे मानदंडों को उजागर करना और उन्हें ‘आडवाणी-वाद’ और ‘वाजपेयी-वाद’ का पालन करने के लिए कहना था। तथ्य यह है कि एक 34 वर्षीय सांसद ने उन्हें आईना दिखाया और उन्हें जवाबदेह ठहराया।” राघव चड्डा के सस्पेंशन को लेकर जल्द ही विशेषाधिकार समिति अपनी जांच सौंपेगी।
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