- जांच के बाद क्राइम ब्रांच ने दर्ज किया मुकदमा
भोपाल। पॉली बैग (Poly bag) के कारोबारी को सप्लाइर कंपनी (Supplier Company) ने करीब सवा 61 लाख रुपए का चूना लगा दिया। मशीनरी (Machinery) देने के नाम पर उसके सौदे में तय हुई रकम का पचास फीसदी से ज्यादा हिस्सा ले लिया। इसके बाद भी मशीन देने संबंधी कोई प्रक्रिया नहीं बताई। धोखाधड़ी का शक होने पर कारोबारी ने मामले की शिकायत पुलिस (Police) को कर दी। क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने जांच के उपरांत इस मामले में ठगी का प्रकरण दर्ज कर लिया है। क्राइम ब्रांच (Crime Branch) थाना प्रभारी योगिता सातनकर ने बताया कि पॉली बैग का कारोबार करने वाले मनीष द्विवेदी (Manish Dwivedi) को अपने व्यापार के एक एक मशीन की जरूरत थी। पिछले साल नवंबर के महीने में उनका संपर्क एम कृष्णन (M. Krishnan) नाम के व्यक्ति से हुआ। उसकी कंपनी मशीन बेचती है। दोनों के बीच मशीन खरीदने को लेकर सौदा हो गया। मशीन खरीदने के लिए मनीष द्विवेदी (Manish Dwivedi) ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank of Maharashtra) से दो करोड़ रुपए का लोन स्वीकृत करा लिया। नवंबर से मार्च के महीने के बीच मनीष द्विवेदी ने एम कृष्णन को किस्तों में 61 लाख 30 हजार रुपए का भुगतान कर दिया। तय सौदे की कीमत का जब पचास फीसदी से ज्यादा पैसा चुकता कर दिया गया तब मार्च 2021 में कारोबारी ने सौदे की प्रोग्रेस व मशीन की सप्लाई को लेकर इंक्वारी शुरू कर दी। इस पर एम कृष्णन ने गोलमोल जवाब देना शुरू कर दिया। उसका कहना था कि पहले सौदे की पूरी रकम का भुगतान करो तभी सप्लाई के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसी दौरान मनीष द्विवेदी को पता चला कि सौदे को लेकर कोई भी फार्मेलिटी की ही नहीं गई है केवल उनसे पैसे ले लिए गए हैं। इसके बाद उन्होंने मामले की शिकायत क्राइम ब्रांच में कर दी। क्राइम ब्रांच ने जांच के उपरांत धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया है।
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