नई दिल्ली। महाशिवरात्रि (Mahashivratri) का हिंदू धर्म में बहुत अधिक महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन भगवान शंकर (Lord Shankar and) और माता पार्वती (Mother Parvati) का विवाह (Marriage) हुआ था। इस पावन दिन भगवान शंकर की पूजा- अर्चना (Worship of Lord Shankar) करने से सभी तरह के दोषों से मुक्ति मिल जाती है। भगवान शंकर की कृपा से शनि दोष भी दूर हो जाता है।
इस समय मकर, कुंभ, धनु राशि पर शनि की साढ़ेसाती और मिथुन, तुला राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है। शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या लगने पर व्यक्ति का जीवन बुरी तरह प्रभावित हो जाता है। शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए महाशिवरात्रि के पावन दिन शिवलिंग पर ये चीजें अर्पित करें। शिवलिंग पर ये चीजें अर्पित करने से भगवान शंकर प्रसन्न होते हैं। आइए जानते हैं शिवलिंग पर किन चीजों को अर्पित करने से शिवजी प्रसन्न होते हैं…
जल
शिवजी को प्रसन्न करने का सबसे आसान उपाय है शिवलिंग पर जल चढ़ाना। शिवजी को प्रसन्न करने के लिए ऊॅं नम: शिवाय का जप करते हुए शिवलिंग पर जल अर्पित करें।
दूध
शिवलिंग पर दूध चढ़ाने से भी शिवजी प्रसन्न होते हैं। दूध चढ़ाने के बाद शिवलिंग पर गंगा जल या शुद्ध जल जरूर अर्पित करें।
चीनी
शिवलिंग पर चीनी चढ़ाना भी शुभ माना जाता है। ऐसा करने से शिवजी प्रसन्न होते हैं।
केसर
शिवलिंग पर केसर अर्पित करने से भी भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
इत्र
शिवलिंग पर इत्र अर्पित करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं।
दही
शिवलिंग पर दही भी अर्पित करना चाहिए। दही चढ़ाने के बाद शिवलिंग पर गंगा जल या शुद्ध जल जरूर अर्पित करें।
देसी घी
शिवलिंग पर देसी घी अर्पित करने से शिवजी की कृपा प्राप्त होती है।
चंदन
शिवलिंग पर चंदन अवश्य लगाएं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा करने से जीवन में मान, सम्मान और ख्याति की कभी कमी नहीं आती।
शहद
शिवलिंग पर शहद भी अर्पित करना चाहिए। शहद चढ़ाने के बाद शिवलिंग पर गंगा जल या शुद्ध जल जरूर अर्पित करें।
भांग
शिवलिंग पर भांग भी अर्पित की जाती है। भगवान शिव को भांग अर्पित करना शुभ माना जाता है।
शिवलिंग पर ये चीजें अर्पित न करें-
– शिवलिंग पर शंख से जल अर्पित न करें।
– शिवलिंग पर केवड़े और केतकी का पुष्प अर्पित नहीं करना चाहिए।
– भगवान शंकर की पूजा में तुलसी दल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। भोलेनाथ को तुलसी दल नहीं चढ़ाया जाता है।
– भगवान शंकर की पूजा में हल्दी का इस्तेमाल भी नहीं किया जाता है।
– भगवान शंकर को नारियल पानी भी नहीं चढ़ाया जाता है।
इस विधि से करें पूजा- अर्चना-
– सुबह जल्दी उठ जाएं और स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद साफ वस्त्र धारण करें।
– घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
– भगवान शिव का और सभी देवी- देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें।
– पुष्प अर्पित करें।
– भगवान शिव की आरती करें और भोग भी लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।
– भगवान शिव का अधिक से अधिक ध्यान करें।