इंदौर। कोरोना वायरस ने इंसानियत को मजबूर करके रख दिया है। लोग इतने मजबूर हैं कि अपने सगे संबंधियों का अंतिम संस्कार तक नहीं कर पा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के इंदौर से सामने आया है। यहां चीन के एक बैंक में काम करने वाले व्यक्ति की कोरोना से मौत हो गई। मृतक के पिता की भी कोरोना से मौत हो गई थी। जिसके बाद वो अपनी मां की देखभाल के लिए इंदौर रुक गया था।
अधिकारियों ने बताया कि 40 वर्षीय मनोज के शव का अंतिम संस्कार मंगलवार को किया गया। मनोज की पत्नी से इजाजत लेने के बाद एक वॉलंटियर ने उनका अंतिम संस्कार किया। इस दौरान मनोज का परिवार चीन से उनका अंतिम संस्कार ऑनलाइन देख रहा था। अतिरिक्त एसपी प्रशांत चौबे ने बताया कि मनोज अपनी मां का ख्याल रखने के लिए भारत रुके थे। इस दौरान वो भी कोरोना संक्रमित हो गए। इसके बाद उन्हें अरविंदों अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनकी हालत लगातार बिगड़ती चली गई।
सोमवार को मनोज कोरोना के खिलाफ जंग हार गए और उनकी मौत हो गई। मनोज के परिवार को सूचना दी गई। लेकिन कोरोना की वजह से उनका शव चीन नहीं भेजा जा सकता था। ऐसे में उनकी पत्नी ने एक दोस्त से उनके अंतिम संस्कार के लिए संपर्क किया।
जानकारी के अनुसार मृतक मनोज के दोस्त ने इंदौर में समाजसेवी संगठन से संपर्क किया। इसके बाद संगठन के सारी जानकारी एडीएम राजेश राठौर और एडिशनल एसपी प्रशांत चौबे को दी। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझा और कोरोना प्रोटोकॉल के तहत मनोज शर्मा के अंतिम संस्कार की तैयारी पूरी की। पुलिस और समाज सेवक यश प्रेरणा पाराशर ने मिलकर मनोज का अंतिम संस्कार कराया। इस दौरान मनोज की पत्नी ने वीडियो कॉल के जरिए अपने पति को अंतिम विदाई दी।
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