देश राजनीति

नैन्सी पेलोसी की यात्रा से खुश मानीष तिवारी ने कहा, ओम बिरला भी जाएं ताइवान

नई दिल्‍ली। चीन-ताइवान विवाद (China-Taiwan dispute) के बीच अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी (Nancy Pelosi) ताइवान पहुंची। अमेरिकी सेना और ताइवानी सुरक्षा दस्ते की मुस्तैदी के बीच पेलोसी Nancy Pelosi)का विमान ताइवान में उतरा तो चीन ने एक बार फिर अमेरिका (US) को चेतावनी दी।

आपको बता दें कि चीन -ताइवान विवाद के बीच नैंसी पेलोसी ताइवान पहुंचने पर दुनिया के कई देशों की निगाह ताइवान पर टिक गई है। इसमें भारत भी शामिल है। नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा पर खुश होते हुए कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा अध्‍यक्ष ओम बिरला से भी अपील की है कि वे भी ताइवान जरूर जाएं।



कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी (Congress MP Manish Tewari) ने अमेरिकी सदन की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी के ताइवान पहुंचने का स्वागत किया है। साथ ही उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के नेतृत्व में एक भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल को भी ताइवान का दौरा करना चाहिए। पेलोसी की ताइवान यात्रा को ऐतिहासिक बताते हुए कांग्रेस सांसद ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के इस दावे पर प्रकाश डाला कि कांग्रेस सरकार की सह-समान शाखा है, जिसका अर्थ है कि नैन्सी की यात्रा पर कार्यकारी का बहुत कम नियंत्रण है।


मनीष तिवारी ने ट्वीट कर कहा, “स्पीकर पेलोसी की ताइवान यात्रा ऐतिहासिक है। जैसा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शी जिंगपिंग को बताया कि कांग्रेस सरकार की एक समान शाखा है, उसी तरह अध्यक्ष ओम बिरला के नेतृत्व में एक भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल को भी ताइवान की यात्रा करनी चाहिए।”

तिवारी ने कहा, “यह न केवल पेलोसी बल्कि तीन अमेरिकी लड़ाकू विमानों की भी ताइवान यात्रा है। यूएसएस रोनाल्ड रीगन, यूएसएस त्रिपोली और यूएसएस अमेरिका भी ताइवान के आसपास के क्षेत्र में हैं। 1995 के बाद से अमेरिका द्वारा सबसे गंभीर शक्ति प्रक्षेपण है, जब अमेरिकी वाहक ताइवान स्ट्रेट्स के माध्यम से रवाना हुए। इंडो-पैसिफिक में तनाव बढ़ रहा है। ”

उल्‍लेखनीय है कि किसी उच्च अमेरिकी अधिकारी की ये पिछले 25 वर्षों में पहली ताइवान यात्रा है। इसके अलावा यह नैंसी पेलोसी का पहला ताइवान दौरा है। अमेरिकी कांग्रेस की स्पीकर नैंसी पेलोसी मंगलवार को भारतीय समयानुसार 8.15 बजे ताइवान की राजधानी ताइपे में लैंड हुईं। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की ओर से उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच वायुसेना के विमान C-40C SPAR19 के जरिए ताइवान पहुंचाया गया। ताइवान में उनके पहुंचने से पहले चीन ने कई धमकियां दी थीं कि वह पेलोसी के विमान को लैंड नहीं होने देंगे।

Share:

Next Post

चीन-ताइवान में छिड़ी जंग तो मुश्किल में फंस जाएंगी कार और मोबाइल कंपनियां

Wed Aug 3 , 2022
नई दिल्ली: चीन और ताइवान के बीच दशकों से जारी खींचतान (China Taiwan Crisis 2022) पिछले कुछ दिनों से चरम पर है. अमेरिकी स्पीकर नैन्सी पेलोसी (US Speaker Nancy Pelosi) की हालिया ताइवान यात्रा (Nancy Pelosi Taiwan Visit) ने संकट को एक बार फिर से उभार दिया है. चीन इस यात्रा की खबर सामने आने […]