आचंलिक

नर्सिंग होम संचालित कई नर्सिंग होम जांच करने पहुंची टीम मचा हड़कंप क्लीनिक 3 को किया सील

  • काले बाजार में महिला डाक्टर फर्जी तरीके से कर रही है…

सिरोंज। गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं दो क्लीनिक सील करने की कार्रवाई की गई है तथा दो निजी नर्सिंग होम अस्पतालों को भी 7 दिवस के अंदर कमियां पूरी करने के लिए नोटिस जारी किया गया है। जिसमें आरोग्य अस्पताल में एमबीबीएस डॉक्टर नहीं मिलने जो नर्स मिली है वहां अभी कॉलेज में अध्ययन कर रही है इनके पास अभी नर्स की डिग्री भी नहीं है। इसके बाद यहां पर डॉक्टरों की टीम ने बारीकी से जांच पड़ताल करते हुए डॉ गोलू जाटव ने अस्पताल प्रबंधन को 7 दिवस के अंदर समस्त जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा जांच टीम ने कस्टम रोड पर श्रीजी अस्पताल को भी सील किया है यहां पर कोई भी एमबीबीएस डॉक्टर नहीं मिला अवैध रूप से नर्सिंग होम का संचालन यहां पर हो रहा है। हैरानी की बात तो यह है कि यहां पर सभी तरह की बीमारी का उपचार करने के बड़े-बड़े बोर्ड लगे हुए हैं कई सालों से अवैध रूप से अस्पताल का संचालन करने के लिए एमबीबीएस डॉक्टरों से लेकर कई तरह की जांच पड़ताल की सुविधा भी होने की बात मरीजों से कहकर उनसे मोटी रकम वसूलने का काम भी किया जा रहा है। साथ ही श्रीराम क्लीनिक को भी कस्टम रोड पर ही सील किया है ।

सिरोंज में सिर्फ 7 रजिस्ट्रेशन ओर चलते है 100 क्लिनिक
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बताया कि सिरोंज में सिर्फ क्लिनिक रजिस्ट्रेशन धारी है। मगर छोटे बड़े मिलाकर करीब 100 क्लिनिक शहरी ओर ग्रामीण क्षेत्र में चल रहे है। ये फर्जी छोला छाप डॉक्टर बेधड़क होकर लोगो का इलाज करते है। ये सभी इंजेक्शन, बॉटल भी मरीज को लगा देते है। कई मौतेँ भी गलत इंजेक्शन के चलते हो चुकी है। मगर सांठगांठ कर सब मैनेज कर लिया गया। लोगो की जान से रोज खिलवाड़ हो रहा है। गांव की बिना पड़ी जनता समझ ही नहीं पाती की जिससे इलाज करवा रहे है वो क्वालीफाईड डॉक्टर नहीं है। डॉ गोलू जाटव ने कहा कि कोशिश है कि सिरोंज के सभी क्लिनिक की जांच की जाय कार्यवाही आगामी दिनों में भी जारी रहेगी


जांच टीम के सामने भी आरोग्य में नहीं मिले एमबीबीएस डॉक्टर
इसका संचालन झोलाछाप डॉक्टरों के माध्यम से हो रहा था जैसे ही टीम जांच करने पहुंची और दस्तावेज मांगे तो झोलाछाप डॉक्टर हक्के-बक्के रह गए। इसी तरह हाजीपुर में भी एक निजी अस्पताल पर भी एमबीबीएस डॉक्टर नहीं मिले इसका संचालन भी अवैध रूप से हो रहा है जैसे ही जांच टीम पहुंची तो कोई एमबीबीएस डॉक्टर नहीं मिला इसके बाद भी यहां पर सभी तरह की बीमारी का उपचार जरूर है किया जाा रहा। डॉक्टर गोलू जाटव के साथ टीम ने यहां पर सभी जानकारियां अस्पताल संचालित करने वाले जिम्मेदारों से मांगी तो उनके पास आधे अधूरे दस्तावेज थे एमबीबीएस डॉक्टर मौके पर कार्य करते हुए पाया नहीं गया। नगर में कई नर्सिंग होम अस्पताल तथा और सैकड़ों की संख्या में क्लीनिक नगर से लेकर ग्रामीण अंचलों में अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं । जिनका संचालन अधिकांश जगह झोलाछाप डॉक्टरों के द्वारा किया जा रहा है । जिनके पास 10वीं 12वीं पास की मार्कशीट है वह भी एमबीबीएस की तरह उपचार करने का काम कर रहे हैं। डॉक्टरों की मनमानी के कारण कई बार मरीजों की मौत हो चुकी है मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के द्वारा कार्रवाई की जाती है कुछ दिनों के बाद फिर से इनका खेल शुरूूू हो जाता हैं एक बार फिर गुरुवार को स्वास्थ विभाग की टीम ने नगर में संचालित हो रहे अस्पतालों नर्सिंग होम और प्राइवेट के लिए क्लिनिको की जांच पड़ताल करने के लिए पहुंचे टीम के आने की भनक लगते ही अधिकांश अस्पताल नर्सिंग होम एवं क्लीनिक मैं ताले लगतेेेे हुए दिखाई कार्रवाई से बचने के झोलाछाप डॉक्टरों इनको बंद रखना ही उचित समझा यदि जांच टीम पहुंचती तो इनके भी सील हो जाते वैसेे भी स्वास्थ विभाग के रिकॉर्ड में 7 निजी अस्पताल रजिस्टर्ड है जिनमें सेेे अधिकांश अस्पताल नर्सिंग होम में भी एमबीबीएस डॉक्टर मौजूद नहीं है यहां पर भी कामचलाऊ डॉक्टरों से संचालन करवाया जा रहा है। जिनको इंजेक्शशन लगाने की अनुमति नहीं ड्रिप लगाने का काम कर रहेेे हैैं। बीएमओ डॉ अमित भदिया ने बताया कि टोटल 4 क्लीनिक और अस्पतालों को सील किया है

काले बाजार में महिला डाक्टर फर्जी तरीके से कर रही है नर्सिंग होम संचालित
जानकारी के अनुसार नगर में इन दिनों छोटी-छोटी गलियों में डालकर महिला चिकित्सक खूब गर्भपात एवं डिलीवरिया करा रही है लेकिन स्वास्थ्य विभाग इस ओर कोई ध्यान नही दे रहा है । इसी प्रकार काले बाजार में महिला डाक्टर साथ में अपने क्लिनिक से ही दवाये मरीजों को मोटे दामों पर दे रही है जिस से भोले भाले ग्रामीण लोग एवं गरीब लोग लुट रहे है यह डाक्टर नाही एम.बी.बी.एस है और नाही इनके पास दवायें बेचने का लायसंस जहाँ महिला झोलाछाप चिकित्सक नियम विरुद्ध क्लीनिक संचालित कर रही है ना तो उनके पास कोई डिग्री है ना कोई डिप्लोमा लेकिन खुलेआम डिलीवरी कराई जा रही हैं जिससे स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई का डर भी नहीं बचा है। अब देखना यह होगा कि क्या स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई करेगा या यूं ही रस्म अदायगी कर वापस लौट जाएगा ।

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