लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर लगातार योगी सरकार पर हमला बोल रही हैं। खासतौर से अनुसूचित जाति से जुड़े मामलों को लेकर सरकार उनके निशाने पर है।
मायावती ने शनिवार को लखीमपुर खीरी में दलित नाबालिग के साथ बलात्कार की घटना को शर्मनाक बताया। उन्होंने ट्वीट किया कि यूपी के लखीमपुर खीरी के पकरिया गांव में दलित नाबालिग के साथ बलात्कार के बाद फिर उसकी नृशंस हत्या अति-दुःखद व शर्मनाक है।
उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं से सपा व वर्तमान भाजपा सरकार में फिर क्या अन्तर रहा? सरकार आजमगढ़ के साथ खीरी के दोषियों के विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई करे, बीएसपी की यह मांग है।
दरअसल लखीमपुर खीरी के थाना ईसानगर क्षेत्र अंतर्गत गन्ने के खेत में शुक्रवार रात 12 साल की बालिका का शव मिला। उसकी दोनों आंखें फूटीं थीं। गले में दुपट्टा कसा था तो पैर बंधे थे। इससे आशंका जताई जा रही है कि दरिंदगी के बाद उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। नाबालिग दोपहर बाद खेतों की ओर गई थी, लेकिन वह शाम तक घर नहीं लौटी।
इससे परिवार के लोग परेशान होने लगे और उसकी तलाश की। काफी तलाश करने के बाद जब बच्ची का कोई पता नहीं चला तो परिवार वालों ने गांव वालों के साथ मिलकर खेतों में खोज शुरू की। इसके बाद एक खेत में बालिका का शव मिल गया। मासूम के गले में उसी का दुपट्टा कसा था और दोनों पैर बंधे थे। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है।
इससे पहले मायावती ने आज एक अन्य ट्वीट में आजमगढ़ की घटना को लेकर भी प्रदेश सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ के बांसगांव में दलित प्रधान सत्यमेव जयते पप्पू की स्वतंत्रता दिवस की पूर्वसंध्या में नृशंस हत्या व एक अन्य की कुचलकर मौत की खबर अति-दुःखद है। उन्होंने कहा कि यूपी में दलितों पर इस प्रकार की हो रही जुल्म-ज्यादती व हत्या आदि से पूर्व की सपा व बीजेपी की वर्तमान सरकार में फिर क्या अन्तर रह गया है? (एजेंसी, हि.स.)
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