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मेडिसीन प्लांट ठप-रॉ मटेरियल का टोटा

 


मुसीबतों के दौर से मुक्ति नहीं.. ऑक्सीजन ट्रेन से भिजवाये तो ट्रक परिवहन बंद
नई दिल्ली।  मरीजों के लिए मुसीबतों का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। ऑक्सीजन से मौतों और हाहाकार के बीच सरकार ने जहां टैंकरों के परिवहन में अपनी पूरी ताकत झोंक दी, वहीं अब देश के मेडिसीन प्लांट (Medicine Plant) रा-मटेरियल (Raw Material) यानी कच्चे माल के अभाव में धड़ाधड़ बंद होने जा रहे हैं। अब तक देशभर के सात बड़े और करीब सौ से अधिक अन्य प्लांट बंद हो चुके हैं।


देश को ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया विभाग के पास मेडिसीन प्लांटों (Medicine Plant) को रा-मटेरियल (Raw Material) पहुंचाने की कोई व्यवस्था नहीं होने से कोरोना के प्राथमिक उपचार के लिए जरूरी है फैविफ्लू (Fabiflu) जैसी साधारण दवाओं का उत्पादन तक प्रभावित हो गया है, जबकि अन्य जीवनरक्षक दवाइयां तो गरीब तो गरीब संपन्न लोगों की पहुंच से भी बाहर हो गई है। जिस वक्त देश में ऑक्सीजन के साथ ही दवाइयों के उत्पादन पर भी सरकार को ध्यान केन्द्रित करना चाहिए, तब प्रशासनिक मशीनरी जहां जो उपलब्ध है, वहां से हासिल करने में जुटी हुई है।


महाराष्ट्र ने रोकी सप्लाय… उत्पादन भी घटा
महाराष्ट्र (Maharashtra) में बढ़ते संक्रमण के चलते जहां राज्य स्वयं अपनी आपूर्ति में लगा हुआ है, वहीं लॉकडाउन (Lockdown) और मजदूरों के बड़ी तादाद में पलायन के चलते उत्पादन भी प्रभावित हुआ है। ऐसे में देश के अन्य राज्यों में होने वाली रामटेरियल की आपूर्ति लगभग ठप सी हो गई है।

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