मुंबई। महाराष्ट्र (Maharashtra) में लाउडस्पीकर विवाद (Loudspeaker conflict) गहराता जा रहा है. राज ठाकरे (Raj Thakrey) ने 3 मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने (loudspeaker removal) का अल्टीमेटम दिया था, इसकी मियाद आज पूरी हो रही है. राज ठाकरे ने कहा था कि अगर इसके बाद कुछ होता है तो इसका जिम्मेदार हम नहीं होंगे. दूसरी ओर महाराष्ट्र पुलिस (Maharashtra Police) ने राज ठाकरे के खिलाफ केस दर्ज कर इस विवाद को आगे बढ़ाने के संकेत दे दिए हैं. अब मनसे कार्यकर्ताओं ने धमकी दी है कि अगर एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे के खिलाफ कार्रवाई की जाती है तो सरकार को उसकी जगह दिखा देंगे।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) की ठाणे जिला इकाई के अध्यक्ष अविनाश जाधव ने पत्रकारों से बात करते हुए इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की आलोचना की। जाधव ने दावा किया कि वह (शिवसेना संस्थापक) बाल ठाकरे थे, जिन्होंने सबसे पहले मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग की थी, लेकिन उनके बेटे (मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे) ने राज ठाकरे के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
सड़क पर उतरने की धमकी
मनसे पार्टी के कुछ नेताओं ने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि वे अपने पार्टी प्रमुख के खिलाफ आगे और कार्रवाई होने की स्थिति में सड़कों पर उतरेंगे. गत एक मई को औरंगाबाद की रैली में ठाकरे ने लोगों से कहा था कि अगर मस्जिदों के ऊपर से लाउडस्पीकर नहीं हटाये गये तो वे चार मई से उनके बाहर हनुमान चालीसा बजाएं।
औरंगाबाद पुलिस ने मंगलवार को राज ठाकरे के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153 सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. इस पर प्रतिक्रिया जताते हुए जाधव ने कहा, ‘‘इसकी उम्मीद थी क्योंकि जिस तरह से ये लोग (सरकार) हमें रैली की अनुमति देने के दौरान परेशान कर रहे थे, वे राज साहब के खिलाफ मामला दर्ज करना चाहते थे. अगला कदम उनकी गिरफ्तारी हो सकती है लेकिन हमारा ध्येय विशुद्ध रूप से सामाजिक है।
हम मामलों से नहीं डरते
जाधव ने कहा, मनसे के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे… हर हिंदू भी ऐसा ही करेगा और सरकार को उसकी जगह दिखाएगा. मनसे नेता संदीप देशपांडे ने कहा कि पार्टी को हमेशा से पता था कि राज ठाकरे पर मामला दर्ज किया जाएगा, क्योंकि रैली के लिए निर्धारित शर्तें कड़ी थीं. उन्होंने कहा, ‘‘सरकार हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं के संघर्ष को सड़कों पर देखेगी. हम मामलों से नहीं डरते. कार्रवाई हमें डराने के लिए है. हम झुकेंगे नहीं… विरोध प्रदर्शन होगा।