उत्तरकाशी । उत्तरकाशी में (In Uttarkashi) द्रौपदी का डांडा 2 पर्वत शिखर पर (On Draupadi’s Danda 2 Mountain Peak) हिमस्खलन से (Due to Avalanche) नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) के दो दर्जन से अधिक पर्वतारोही (More than Two Dozen Climbers) फंस गए (Trapped), जिसमें दो प्रशिक्षकों की मौत हो गई (Two Trainers Killed) । हालांकि, अन्य मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 10 प्रशिक्षार्थियों की मौत हुई है। भारतीय वायु सेना ने राहत और बचाव कार्य के लिए दो चीता हेलीकॉप्टर भेजे हैं।
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया था कि द्रौपदी के डंडा -2 पर्वत शिखर पर हिमस्खलन में फंसे NIM के 28 प्रशिक्षुओं में से 8 प्रशिक्षुओं को सुरक्षित बचा लिया गया है; और बाकियों की खोज और बचाव के लिए वायुसेना के हेलीकॉप्टर तैनात किया गया है। प्रशिक्षार्थियों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने के लिए एनआईएम की टीम के साथ जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और आईटीबीपी के जवानों द्वारा तेजी से राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है।
आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि ट्रेनिंग में प्रशिक्षक व प्रशिक्षणार्थी सहित कुल 175 लोग थे, जिसमे 29 लोग हिमस्खलन की चपेट में आये हैं। 8 लोगों का रेस्क्यू कर लिया गया है, 21 लोगों का रेस्क्यू कार्य चल रहा है। रेस्क्यू के लिए हैली कि मदद ली जा रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से वार्ता कर रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने की मदद मांगी है। सीएम धामी ने फंसे प्रशिक्षार्थियों के लिए सेना की मदद के लिए अनुरोध किया है, जिसको लेकर उन्होंने हमें केंद्र सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता देने के लिए आश्वस्त किया है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने हिमस्खलन में दो प्रशिक्षकों की मौत पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं जताई हैं। इसके अलावा उन्होंने सीएम धामी से भी बात की और घटना की जानकारी ली। उन्होंने वायु सेना को बचाव और राहत अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।
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