- शराब को लेकर गृह विभाग ने जारी की गाइडलाइन
- महंगी शराब की विक्री पर जिला प्रशासन होगा जिम्मेदार
भोपाल। मुरैना में जहरीली शराब से 24 लोगों की मौत के मामले के लिए गठित एसआईटी आज मुख्यमंत्री को अपनी रिपोर्ट सौंप देगी। एसआईटी चीफ अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर शराब कांड की रिपोर्ट देंगे। इससे पहले राजौरा ने शनिवार शाम को शराब बिक्री केा लेकर नई गाइडलाइन जारी कर दी है। जिसके तहत अवैध शराब की विक्री और महंगी शराब की विक्री के लिए जिला प्रशासन जिम्मेदार होगा। कलेक्टरों व एसपी को निर्देश जारी कर कहा है कि आबकारी, पुलिस व राजस्व अमला अवैध शराब के ठिकानों पर छापा मारें। एसआईटी चीफ राजेश राजौरा ने गाइडलाइन में कहा है कि आबकारी, पुलिस और राजस्व विभाग का अमला संयुक्त रूप से अभियान चलाकर अवैध शराब के ठिकानों पर छापा कार्रवाई करे। उन्होंने कहा कि वैध शराब दुकानों में यदि निर्धारित रेट से ज्यादा महंगी शराब बिकती पाई गई तो इसके लिए जिला प्रशासन जिम्मेदार होगा। सूत्रों ने बताया कि जांच यह तथ्य भी सामने आया है कि शराब दुकानों में एमआरपी से ज्यादा रेट पर शराब बेची जाती है। ऐसे में निचले स्तर का तबका सस्ती मिलने वाली जहरीली शराब का सेवन कर रहे हैं। इसे ध्यान में रखते हुए अब शराब के दामों को लेकर भी सख्ती बरती जाएगी।
सीएम कल लेंगे बड़ा फैसला
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार 18 जनवरी को इस मामले में कलेक्टर और एसपी से वीडियो कॉन्फेंसिंग के जरिए बात करेंगे। माना जा रहा है कि पिछले 9 माह में जहरीली शराब पीने से 46 लोगों की मौत होने को मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री बैठक में अफसरों को सख्त निर्देश दे सकते हैं।
एनएसए की कार्रवाई की सिफारिश
एसीएस ने कहा है कि शराब पीने से मौते मामले में प्रारंभिक तौर पर जांच में यह सामने आया है कि इसका मुख्य कारण इसका मुख्य कारण मिथाइल अल्कोहल का मिश्रण है। जिले के अंदर मिथाइल एल्कोहल ओर ओवरप्रूफ एल्कोहल का उत्पादन करने वाले लाइसेंसी कारखानों की जानकारी सूचीबद्ध की जाए। इन काराखानों से निकलने वाले स्प्रिट पर तथा जिले से हो रहे परिवहन पर पूरी तरह नियंत्रण में रखा जाए। उन्होंने निर्देंश दिए हैं कि अवैध शराब बेचने और परिवहन करने वाले पर एनएसए की कार्रवाई
की जाए।