इंदौर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में आज 5 फरवरी से 10वीं बोर्ड (10th Board) परीक्षा (Exam) शुरू हो रही है। पहले दिन हिंदी (Hindi) विषय की परीक्षा होगी। इस साल 10वीं बोर्ड परीक्षा के लिए 3868 केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों में प्रदेश भर के 9.92 लाख अभ्यर्थी 10वीं बोर्ड की परीक्षा देंगे। परीक्षा सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक होगी।
इंदौर जिले में 137 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 28 संवेदनशील हैं 49415 विद्यार्थी आज देंगे दसवीं की परीक्षा। नकल रोकने के लिए इस बार एडमिट कार्ड पर क्यूआर कोड लगाए गए हैं स्कैन करते ही विद्यार्थी का नाम फोटो माता-पिता का नाम वह पंजीयन नंबर सहित पूरी जानकारी आ जाएगी। इस बार केंद्राध्यक्ष भी मोबाइल नहीं रख पाएंगे। हर केंद्र पर कलेक्टर प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे पहले पांच सेंटरों पर एक प्रतिनिधि होता था। वहीं शहर के सैफी गर्ल्स हा.से. स्कूल, छत्रीबाग जैसे निजी स्कूलों में सामूहिक नकल करवाने की बात सामने आ रही है . कलेक्टर को भी इस मामले की शिकायत की गई है। शहर में तकरीबन 7000 प्राइवेट विद्यार्थी के रूप में शामिल हो रहे हैं, इनके 23 परीक्षा केंद्र इंदौर शहर में बने हैं इन्हीं को संवेदनशील बताया गया है।
वहीं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे वाट्सएप और टेलीग्राम पर पेपर शुरु होने के पहले ही प्रश्नपत्रों की कई सेट वायरल हो गए हैं। दावा किया जा रहा है कि ये वहीं प्रश्नपत्र है जो आज छात्रों को हल करने कि लिए दिया गया है। जांच के बाद पता चला कि ये पेपर पिछले साल के थे जिन्हें इस बार का बताकर वायरल किया गया था।
इधर बोर्ड परीक्षाओं में नकल को रोकने के लिए सख्त इंतजाम किए गए हैं। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस बार सख्ती अपनाते हुए कई नियमों में बदलाव किया है। एमपी बोर्ड की नई गाइडलाइन के मुताबिक, इस बार परीक्षा केंद्राध्यक्ष भी अपने पास मोबाइल नहीं रख सकेंगे। बोर्ड परीक्षाएं सायबर सेल की निगरानी में होगी। बोर्ड परीक्षा के दौरान पेपर की गोपनीयता भंग करने पर 10 लाख रुपये तक जुर्माना लगेगा।साथ ही 10 साल की सजा का भी प्रावधान किया गया है। वहीं नकल रोकने के लिए स्पेशल कमेटी का भी गठन किया गया है।
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