इंदौर। देशभर में सोमवार को धूमधाम से बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती (Baba Saheb, Dr. Bhimrao Ambedkar Jayanti) मनाई गई। इस बीच एमपी के इंदौर जिले (Indore district of MP) के बेटमा थाना क्षेत्र से हैरान करने वाली घटना सामने आई। सांघवी गांव में एक दलित की बारात के साथ भेदभाव (Dalit’s Wedding Procession Discrimination) किए जाने की घटना सामने आई। गांव के दबंगों ने दूल्हे को मंदिर में भगवान के दर्शन करने से रोक दिया।
मंदिर में नहीं जाने देते दबंग
गांव में अब भी दलित समाज के लोगों के साथ भेदभाव की घटनाएं सामने आती हैं। आलम यह है कि दबंग कई वर्षों से गांव में किसी भी दलित परिवार की बरात को मंदिर में दाखिल नहीं होने देते हैं। दबंग दलित समाज की बरात को मंदिर में नहीं घुसने देते हैं।
पुलिस को पहले ही दे दी थी जानकारी
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सोमवार को दूल्हे अंकित सोलंकी की बरात जा रही थी। इसी बीच बाराती दूल्हे को मंदिर में भगवान के दर्शन कराने लेकर पहुंचे। इस पर गांव के कुछ दबंगों ने बारातियों को रोक दिया। इस दौरान दलित परिवार लगातार भगवान के दर्शन करने देने की गुहार लगाता रहा। हालांकि दबंगों ने दूल्हे को मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया।
पुलिस को पहले दे दी थी सूचना
दलित परिवार ने बताया कि शादी के 8 दिन पहले ही दिल्ली पुलिस को बरात की जानकारी दे दी गई थी, लेकिन पुलिस ने लापरवाही बरती। इस वजह से हमारे परिवार को लज्जित होना पड़ा।
पुलिस ने कराया दर्शन
घटना बेटमा थाना क्षेत्र की है। मंदिर भगवान राम का बताया जाता है। राजपूत समाज के कुछ लोगों ने अंकित सोलंकी को मंदिर में भगवान का दर्शन करने से रोक दिया। इस पर दलित समाज ने विरोध जताया। जैसे ही यह सूचना पुलिस को मिली। अधिकारी हरकत में आ गए। लगभग 2 घंटे की कड़ी मशक्कत करने के बाद बेटमा पुलिस ने दूल्हे को मंदिर में भगवान का दर्शन कराया। इसके बाद अंकित सोलंकी अपनी बरात लेकर रवाना हुआ।
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