देश मध्‍यप्रदेश

MP: थाने का घेराव कर भड़काऊ भाषण और हंगामा, 40 अज्ञात लोगों पर एफआईआर; CM मोहन यादव भी सख्त

भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश के दमोह (Damoh of Madhya Pradesh)में एक मारपीट की घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन (Protest)करने और भड़काऊ भाषण (inflammatory speech)देने के मामले में 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज (case filed against)किया है. इस मामले में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भी दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया कि दमोह में उपद्रवियों ने कानून और व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास किया, जिसे पुलिस-प्रशासन ने समय पर संभाल लिया. इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जांच के निर्देश दिए हैं. दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मध्यप्रदेश में शांति बनाए रखना सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है.

 

बता दें कि दमोह कोतवाली थाना परिसर में हंगामा करने वाले वर्ग विशेष के 40 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है. इन लोगों पर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगा है.


दरअसल, शनिवार रात शहर की जेल मस्जिद के पास एक टेलर के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की थी. इस विवाद में मस्जिद के हाफिज के साथ भी बदसलूकी हुई. इससे आक्रोशित वर्ग विशेष के लोगों ने पुलिस थाने में हंगामा किया था. कोतवाली पुलिस ने चार युवकों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया था. लेकिन प्रदर्शनकारी आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग पर

इस बीच सैकड़ों की संख्या में थाना परिसर में मौजूद लोगों ने जमकर बबाल काटा था और कई आपत्तिजनक नारे भी लगाए, जिसे देखते हुए पुलिस को बल प्रयोग भी करना पड़ा और पूरी रात तनाव के बीच पुलिस शहर की सड़कों पर रही थी.

दमोह एसपी सुनील तिवारी के मुताबिक, टेलर के साथ मारपीट मामले के चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं, थाना परिसर में हंगामा करने वाले चालीस लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इन लोगों पर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप है. इस मामले में जांच पड़ताल के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी.

Share:

Next Post

अब तो गलती सुधारने की पहल करे मुस्लिम समाज

Tue Feb 6 , 2024
– आशीष वशिष्ठ भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा वाराणसी के प्रसिद्ध विश्वनाथ मंदिर से सटी ज्ञानवापी मस्जिद में हुए सर्वेक्षण से उस दावे की पुष्टि हो गई है कि वह हिन्दू मंदिर पर ही बनाई गई थी। इस सर्वेक्षण को रोकने के लिए मुस्लिम पक्ष द्वारा न्यायालय में चरम सीमा तक जाकर तर्क दिए गए। बीती […]