श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में जुमे की नमाज के बाद मुल्ला-मौलवियों ने मस्जिद से अपील की है कि कश्मीरी पंडित (Kashmiri Pandits) घाटी छोडक़र न जाएं। हम मिलकर शांति से रहेंगे। 32 साल के इतिहास (History) में पहली बार ऐसा हुआ जब कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा को लेकर बड़ी संख्या में मुस्लिम वर्ग (Muslim Section) एकजुट हुआ है। वहीं एक अन्य मौलाना ने कहा कि आप हम मुस्लिमों की सारी जमीन ले लो, लेकिन पंडितों (Pandits) को सुरक्षा दो, ताकि वे यहां से न जाएं।
बड़े हमले की आशंका
खुफिया एजेंसी (Intelligence Agency) ने कश्मीर (Kashmir) में बड़े हमले की आशंका व्यक्त की है। एजेंसी के अनुसार आतंकी सुरंग के रास्ते घाटी में घुस सकते हैं। ड्रोन से गोला-बारूद भी पहुंचाया जा सकता है। आतंकी आईडी बम या स्टीक बम का इस्तेमाल कर सकते हैं। चेतावनी के बाद पूरी घाटी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
26 दिन में 10 लोगों की मौत
कश्मीर (Kashmir) में पिछले 26 दिनों में 10 से अधिक गैरकश्मीरी और कश्मीरी पंडितों की हत्या की गई है, जबकि एक दर्जन से अधिक घायल हुए हैं।
