काठमांडू । विश्व बैंक ने कृषि एवं पर्यटन व्यवसाय पर आधारित नेपाल की आर्थिक विकास दर औंधे मुंह गिरने का आकलन किया है। कृषि एवं उद्योग में मानव श्रम उपयोगिता 75 फीसद और निजी क्षेत्र में ऋण प्रावधान 35 फीसद ही रह गया है। सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर सात फीसद से घटकर 1.8 फीसद पर आने का अनुमान है, जो बीते 18 वर्षो में सबसे कम होगी। पर्यटन क्षेत्र की वृद्धि दर एक फीसद रहने का अनुमान है।
बतादें कि नेपाल में 21 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा के बाद से वहां होटल सूने पड़े हैं। नेपाल पर्यटन बोर्ड के मुताबिक 2019 में 11.7 लाख पर्यटकों के मुकाबले इस वर्ष अभी तक 1.77 लाख विदेशी पर्यटक ही वहां गए। इसका असर भारतीय सीमा से सटे नेपाल के बेलहियां, भैरहवां, लुंबिनी, बुटवल, नवलपरासी समेत बड़े हिस्से पर पड़ा।
बताया जा रहा है कि पर्यटकों को पेइंग गेस्ट रखने वालों की कमाई का जरिया बंद है। इसी का फायदा उठाते हुए मानव तस्कर भारत में नौकरी का झांसा देकर युवतियों व बच्चों को जाल में फंसा रहे हैं। सीमा सील होने के कारण पगडंडी के रास्ते भारत ला रहे हैं। एक माह में ऐसे 10 मामले सामने आ चुके हैं।
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