इंदौर न्यूज़ (Indore News)

इंदौर में नए मरीजों को रोजाना पड़ रही है 400 बिस्तरों की जरूरत

प्रशासन लगातार बढ़वा रहा है अस्पतालों में बिस्तर… अब होटलों के साथ भी जोड़ा जा रहा है बड़े अस्पतालों को… इंजेक्शन भी लग सकेगा
इन्दौर। कोरोना मरीजों (Corona patients) की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। पिछले 24 घंटे में भी 300 से अधिक इलाकों में 898 मरीज और घोषित रूप से मेडिकल बुलेटिन में बताए गए हैं। हालांकि इससे दोगुना मरीज बीते 10 दिनों से मिल रहे हैं। यही कारण है कि 10 हजार से ज्यादा मरीजों का इलाज चल रहा है। रोजाना लगभग 400 मरीजों के लिए बिस्तरों की आवश्यकता पड़ रही है। हालांकि प्रशासन लगातार छोटे-बड़े निजी और सरकारी अस्पतालों (hospitals) में बिस्तरों की संख्या बढ़ा रहा है। वहीं बड़े अस्पतालों को होटलों से भी जोड़ा जा रहा है, जहां मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज किया जाएगा और डे-केयर सेंटर के रूप में होटलों के कमरों का इस्तेमाल होगा, जहां रेमडेसिविर इंजेक्शन ( remediesvir injections) सहित आवश्यक दवाइयां भी उपलब्ध करवाई जाएंगी।


अभी मेडिकल (medical) बुलेटिन (bulletins) के मुताबिक 5875 कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है और 805 नए मरीज बताए गए, लेकिन क्षेत्रवार जारी सूची में इन मरीजों की संख्या 898 तक पहुंच गई, जो 301 इलाकों से मिले हैं। इनमें सर्वाधिक विजय नगर से 30, सुदामा नगर और सुखलिया से 22-22 और अन्य क्षेत्रों से भी मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। वहीं आसपास के जिलों से भी लगातार कोरोना मरीजों के इंदौर आकर भर्ती होने का सिलसिला भी जारी है। निजी लैबों में जिस तरह से भीड़ सैंपलिंग के लिए उमड़ रही है और रोजाना नए मरीज मिल रहे हैं, उनकी संख्या दोगुनी बताई जा रही है। हालांकि 70 से 80 फीसदी मरीजों का होम आइसोलेशन में ही इलाज चल रहा है, मगर 10 से 20 फीसदी मरीजों को अस्पतालों में भर्ती किया जा रहा है। वहीं अभी संक्रमण तेजी से फैलने और इन्फेक्शन बढऩे के चलते कई लोग कम लक्षण होने पर भी अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं। संक्रमण दर 20 फीसदी से अधिक बनी हुई है। एमटीएच, सुपर स्पेशलिटी (super specialty), न्यू चेस्ट वार्ड सहित अन्य सरकारी अस्पतालों के अलावा छोटे-बड़े निजी अस्पतालों में भी मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। आईसीयू की भी कमी हो रही है। हालांकि प्रशासन का कहना है कि एक दर्जन से अधिक अस्पतालों में आईसीयू बिस्तर अभी भी मौजूद हैं। वहीं बड़े अस्पताल अपने नजदीक की ही होटलों के कमरे भी बुक करें, ताकि कम संक्रमित मरीजों को होटलों के कमरों में रखा जा सके। डे-केयर सेंटर की तर्ज पर इनका संचालन होगा और अस्पताल की मेडिकल टीम इलाज भी करेगी और रेमडेसिविर सहित अन्य आवश्यक इंजेक्शन व दवाइयां भी उपलब्ध कराई जा सकेंगी। कलेक्टर मनीषसिंह (Collector Manish Singh)  ने कल रेमडेसिविर और तोसिली जुमाब इंजेक्शन को लेकर आदेश भी जारी किए हैं।

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