- मप्र में कोरोना की तीसरी लहर का डर… पचास प्रतिशत क्षमता के साथ खुलेंगे स्कूल
भोपाल। फिर एकबार कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने 36 दिन (17 नवंबर) बाद मध्य प्रदेश में गुरुवार से रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक कोरोना कफ्र्यू लागू कर दिया है। इस दौरान लोग जरूरी काम से ही घर से निकल सकेंगे। गुरुवार को जनता के नाम संबोधन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह घोषणा की है। उन्होंने कहा कि फिलहाल स्कूल 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खुलेंगे, पर शारीरिक दूरी का कड़ाई से पालन करना होगा। प्रदेश में बुधवार को कोरोना के 30 नए प्रकरण सामने आए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में भी नए वैरिएंट ओमिक्रोन के प्रकरण जल्द सामने आने से इंकार नहीं किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कई महीनों बाद प्रदेश में एक दिन में 30 नए प्रकरण मिले हैं। इंदौर-भोपाल में साप्ताहिक प्रकरण नवंबर की तुलना में तीन गुना हो गए हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि मास्क जरूरत लगाएं। भीड़ में न जाएं और कोरोना का टीका जरूर लगवा लें। जिसने पहली डोज लगवा ली है, वह दूसरी जरूर लगवाए। उन्होंने कहा कि रात्रिकालीन कफ्र्यू के बाद भी जरूरी हुआ, तो अन्य उपाय भी करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना का प्रकरण सामने आता है, तो पर्याप्त जगह होने पर ही मरीज को घर में आइसोलेट किया जाएगा। यदि जगह नहीं है, तो अस्पताल में भर्ती कराएंगे। ताकि परिवार के दूसरे सदस्य संक्रमित न हों। उन्होंने जनता से सहयोग की अपेक्षा की।
दोनों लहर इसी तरह से आईं
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओमिक्रोन के रूप में कोरोना देश के 16 राज्यों में आ चुका है। पिछले अनुभव बताते हैं कि पहली व दूसरी लहर ऐसे ही आई। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र,गुजरात, दिल्ली में एक हफ्ते से प्रकरण बढ़ रहे हैं, जो चिंता का विषय हैं। इन राज्यों से मध्य प्रदेश में लोगों का आना-जाना लगा रहता है। पिछली दोनों लहर में महाराष्ट्र एवं गुजरात में प्रकरण बढऩे के बाद मध्य प्रदेश में सामने आना शुरू हुए। वहीं इंदौर और भोपाल से प्रदेश में संक्रमण की शुरूआत हुई।
यही सचेत होने का सही समय
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओमिक्रोन तेजी से फैलता है। इंग्लैंड में एक लाख, अमेरिका में ढाई लाख प्रकरण रोज आ रहे हैं। मुझे यही सचेत होने का सही समय लगा। तेजी से संक्रमण न फैले, इसलिए सभी आवश्यक उपाय करें। भारत सरकार ने भी गाइड लाइन जारी की है।
प्रदेश के 34 जिलों में एक्टिव केस नहीं
प्रदेश के 34 जिलों में कोई एक्टिव केस नहीं है। इसमें आगर-मालवा, आलीराजपुर, अशोकनगर, बालाघाट, भिण्ड, बुरहानपुर, छतरपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, दतिया, देवास, धार, डिण्डोरी, गुना, हरदा, होशंगाबाद, झाबुआ, खण्डवा, मण्डला, मंदसौर, मुरैना, निवाड़ी, नरसिंहपुर, पन्ना, सतना, सीहोर, शाजापुर, श्योपुर, शिवपुरी, सीधी, सिंगरौली, टीकमगढ़, उमरिया एवं विदिशा शामिल है।