उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News)

उज्जैन रेलवे स्टेशन पर कोई सुरक्षा जाँच नहीं, संदिग्धों का जमावड़ा

  • जाँच के लिए लगा बैग स्केनर भी सिर्फ दिखाने के लिए-लंबे समय से बंद है, किसी बेग की जाँच नहीं

उज्जैन। शहर का रेलवे स्टेशन सुरक्षा जाँच के मामले में शायद बाबा महाकाल के ही भरोसे हैं, क्योंकि रेलवे स्टेशन पर उतरने वाले यात्री उज्जैन के अंदर बगैर जाँच के प्रवेश कर सकते हैं और उज्जैन से जाने वाले यात्री बगैर जाँच के ट्रेन में बैठकर जा सकते हैं। कुछ इसी तरह की व्यवस्था चल रही है उज्जैन के रेलवे स्टेशन पर देखिए अग्निबाण की पड़ताल। उज्जैन रेलवे स्टेशन पर इन दिनों सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर कोई बंदोबस्त नहीं है। सुबह से लेकर रात तक ट्रेनों से उतरने वाले यात्रियों की रेलवे स्टेशन पर और बाहर निकल कर उज्जैन प्रवेश करने पर कोई जाँच नहीं की जा रही और ना ही उज्जैन से जाने वाले यात्रियों के सामानों को चेक किया जा रहा है। सुरक्षा की दृष्टि से बैग स्कैनर मशीन रेलवे स्टेशन उज्जैन के प्लेटफार्म नंबर 1 के गेट पर लगाया गया है जिससे यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान रखते हुए हर यात्री के बैग और सूटकेस सहित सभी सामान बैग स्केनर में चेक होकर ट्रेन के अंदर तक जा सकें, जिसकी देखरेख एवं संचालन रेलवे पुलिस द्वारा की जाती है। लेकिन पिछले कई समय से यह बैग स्केनर मशीन खराब पड़ी है। क्योंकि इस मशीन में टेक्निकल समस्या आ गई है और जब से यह बिगड़ी है तो सुधरती ही नहीं। एक-दो बार सुधरी और फिर बंद हुई तो अब सिर्फ दिखावे के लिए ही रह गई है।



अग्निबाण द्वारा इस मशीन की सत्यता को जाँचने के लिए जब रेलवे स्टेशन पर जाया गया तो पूछताछ करने और फोटो क्लिक करने पर ही एक आरक्षक महाशय बंद मशीन पर ही कुर्सी लगाकर बैठ गए। हमने उनसे ही सवाल जवाब शुरू कर दिए आरक्षक का कहना था कि बंद मशीन होने के कारण कोई सामान चेक नहीं हो पता है। हमारे सामने ही यात्री बैग लेकर रेलवे स्टेशन के अंदर बगैर जाँच के जा रहे थे, एक महाशय तो पुलिस को देखकर चेक करवाने आए भी लेकिन उनसे कहना पड़ा कि मशीन खराब है। दिन में तो यह बैग स्कैनर मशीन यात्रियों के बैठने के काम आ रही है। अब सवाल यह उठता है कि उज्जैन के रेलवे स्टेशन पर धार्मिक नगरी उज्जैन में आने वाले और यहाँ से जाने वाले किसी भी यात्री को सुरक्षा जाँच से होकर नहीं गुजरना पड़ता है, क्योंकि रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर किसी प्रकार की जाँच भी नहीं हो रही है। बगैर जाँच के ट्रेन में सामान लेकर जाना एक गंभीर विषय हो सकता है। आवश्यकता है कि उज्जैन रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया जाए लेकिन सिर्फ होता यह है कि कोई संदिग्ध सूचना मिलने पर एक-दो दिन जाँच चलती है और फिर सब कुछ पहले की तरह हो जाता है।

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