बड़ी खबर

अतिक्रमण विरोधी अभियान में अब दिल्ली के मंगोलपुरी, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में बुलडोजर की कार्रवाई


नई दिल्ली । नगर निगम (Municipal Corporation) ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (National Capital Delhi) के मंगोलपुरी और न्यू फ्रैंड्स कॉलोनी (Mangolpuri and New Friends Colony) में अतिक्रमणों के खिलाफ (Against Encroachment) बुलडोजर (Bulldozer) चलाया   (Drove) । ऐसा ही एक अभियान सोमवार को शाहीन बाग इलाके में चलाने की कोशिश की गई थी। अवैध रूप से बने सभी अस्थायी ढांचों को गिराने के लिए जेसीबी बुलडोजर लगाए गए थे। बुलडोजर ने सड़क किनारे बने कई बूथों और कियोस्क को तोड़ दिया।


जैसे ही अभियान शुरू हुआ, आम आदमी पार्टी के विधायक मुकेश अहलावत ने नगर निगम के अधिकारियों को विध्वंस कार्य करने में बाधा डाली और बाद में उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस उपायुक्त समीर शर्मा ने कहा, “विधायक को कुछ समय के लिए हिरासत में लिया गया था, ताकि वह सरकारी काम में बाधा न डाले।” विधायक को अतिक्रमण विरोधी अभियान समाप्त होने के बाद रिहा कर दिया जाएगा। स्थानीय विधायक के मामूली अवरोध को छोड़कर क्षेत्र के लोगों ने कोई विरोध नहीं किया।

किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में अर्धसैनिक बल के साथ पुलिस बल को तैनात किया गया है। असामाजिक तत्वों पर नजर रखने और पथराव को रोकने के लिए पुलिसकर्मियों को इमारतों के ऊपर भी देखा जा सकता है। विशेष रूप से, नगर निगम ने पहले लोगों को अतिक्रमण विरोधी प्रक्रिया के बारे में अवगत कराया था और कई अवैध अतिक्रमणों को लोगों ने स्वयं हटा दिया था।

न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में जेसीबी बुलडोजरों को अवैध ढांचों को गिराते हुए देखा गया। इस बीच, दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) ने भी अपने सभी चार क्षेत्रों में अतिक्रमण विरोधी अभियान की योजना बनाई है। सोमवार को, शहर के शाहीन बाग में जब नगर निगम के अधिकारी जेसीबी बुलडोजर के साथ अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाने के लिए वहां पहुंचे, तो लोगों ने विरोध किया। हालांकि, लोगों के विरोध के बाद अभियान को रोक दिया गया क्योंकि लोगों ने खुद अवैध अतिक्रमण हटा लिया था।

Share:

Next Post

चीनी कंपनियों की खुली धमकी, 300 अरब नहीं चुकाए तो पाकिस्तान की...

Tue May 10 , 2022
नई दिल्ली। आर्थिक बदहाली से जूझ रहे पाकिस्तान को उसके करीबी दोस्त चीन से एक बड़ा झटका मिलने वाला है। दरअसल चीनी कंपनियों ने पाकिस्तान की सरकार को खुली धमकी दी है कि अगर उनके 300 अरब रुपये नहीं चुकाए गए तो वे पाकिस्तान की बत्ती गुल कर देंगी। पाकिस्तान में काम कर रही दो […]