- भोपाल, इंदौर, जबलपुर सहित अन्य जिलों में राज्य निर्वाचन आयोग ने दिए हैं शिकायतों की जांच के निर्देश
भोपाल। प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव की मतदाता सूची में मतदाताओं के नाम कटने और बिना बताए मतदान केंद्र बदलने के मामले की जांच नगर पालिका और नगर परिषद के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का चुनाव होने के बाद होगी। राज्य निर्वाचन आयोग ने भोपाल सहित अन्य जिलों से प्राप्त शिकायत की जांच कराने के निर्देश कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों को दिए हैं। भाजपा और कांग्रेस ने कम मतदान का कारण मतदाता सूची की त्रुटि को बताते हुए जांच की मांग की है।
भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर सहित अन्य जिलों में पहले चरण के नगरीय निकाय चुनाव में 60 प्रतिशत मतदान हुआ। प्रदेश भाजपा ने इसके लिए मतदाता सूची में पात्र मतदाताओं के नाम कटने, बिना बताए मतदान केंद्र बदलने को बताते हुए जांच कराने की मांग की थी। इसी तरह कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने भी राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह से मुलाकात कर मतदाता सूची की गड़बड़ी और मतदाता पर्ची का वितरण नहीं किया जाने का मुद्दा उठाया था। इसके बाद आयोग ने सभी कलेक्टरों एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों को जांच कराने के निर्देश दिए थे। भोपाल में इसके लिए अधिकारियों के दल भी गठित किए जा चुके हैं लेकिन जांच का काम अभी पूरा नहीं हुआ है।
उधर, अन्य जिलों में जिला-जनपद के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। इस कारण अभी जांच का काम पूरा नहीं हुआ है। आयोग के सचिव राकेश सिंह ने बताया कि अभी हमारा पूरा अमला नगरीय निकाय के चुनाव परिणाम की अधिसूचना जारी करने की प्रक्रिया में व्यस्त है। जिला में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया चल रही है। इसके पूरा होते ही मतदाता सूची संबंधी शिकायतों की जांच रिपोर्ट मंगवाकर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। Share: