नई दिल्ली। देश में ओमिक्रॉन (omicron) साबित हो रहा है। 17 राज्यों (States) के 415 लोगों में इसकी पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 181 मरीजों का परीक्षण (test) करने पर पाया गया कि 114 मरीज (patient) पूरी तरह ठीक हो गए, जबकि शेष में सामान्य लक्षण हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय (health ministry) के अनुसार जिन व्यक्तियों को वैक्सीन (vaccine) के दोनों डोज लग चुके हैं उन पर ओमिक्रॉन (omicron) का कोई असर नहीं हो रहा है और वे संक्रमित (infected) होने के बावजूद जल्द ठीक हो रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय (health ministry) के अनुसार 91 प्रतिशत मरीजों को वैक्सीन (vaccine)के दोनों डोज लग चुके थे। इनमें से 70 प्रतिशत ओमिक्रॉन (omicron) संक्रमित मरीज बिना इलाज के ठीक हो गए। देश में जितने मरीज मिले उनमें 73 फीसदी मरीज विदेश से लौटे थे। देश में 183 ओमिक्रॉन पीडि़तों का विश्लेषण करने पर पाया गया कि इनमें 39 प्रतिशत महिलाएं, जबकि 61 प्रतिशत पुरुष हैं। ओमिक्रॉन पुरुषों को ज्यादा प्रभावित कर रहा है। देश में महाराष्ट्र और दिल्ली में सबसे ज्यादा केस मिले। इनमें से 50 फीसदी लोग पूरी तरह ठीक हो गए।
70 प्रतिशत बिना अस्पताल गए हो रहे स्वस्थ
अमेरिका (America) की आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा हाल ही में किए गए अध्ययन में बताया गया कि ओमिक्रॉन तेजी से फैल रहा है, लेकिन यह डेल्टा और डेल्टा प्लस जैसा खतरनाक नहीं है। विशेषकर उन लोगों के लिअए असरकारक नहीं है, जिन्होंने वैक्सीन के दोनों डोज लगवाए हंै, जबकि एक डोज लगवाने वाले पर भी ओमिक्रॉन ज्यादा खतरनाक नहीं है। स्टडी के अनुसार अब तक 70 फीसदी मरीज बिना स्पताल जाए घर में ही ठीक हो रहे हैं।
एक माह… 108 देश… 1.51 लाख केस
एक माह में कोरोना का नया वेरिएंट 108 देशों में पहुंच चुका है। हालांकि इन देशों में भी मरीजों की संख्या 1 लाख 51 हजार ही है। इनमें भी ब्रिटेन में 30 हजार तो अमेरिका में हर चौथा मरीज संक्रमित है।
ब्रिटेन में पुराना वेरिएंट
ब्रिटेन में पुराने वेरिएंट से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले 24 घंटे में यहां रिकॉर्ड 1 लाख 22 हजार मरीज मिले ।
इंदौर शहर में मनी क्रिसमस की खुशियां… मिलन समारोह में हंसते-खिलखिलाते चेहरे…
इंदौर शहर में अभी तक ओमिक्रान वेरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि संक्रमण की दर कल बढक़र 22 पर जा पहुंची। शहर में क्रिसमस का जश्न बंद है, लेकिन समाजजनों ने खुलकर मिलन समारोह मनाया।