इंफाल (Imphal)। विपक्ष का प्रतिनिधिमंडल (opposition delegation) मणिपुर (Manipur) के दो दिवसीय दौरे पर है। आज इस दौरे का दूसरा दिन है. जहां आज विपक्ष मणिपुर के सांसदों (MPs of Manipur) से मुलाकात करेगा. इस बीच मैतेई समाज (meitei society) ने कुकी (Kuki) समुदाय पर नार्को टेररिज्म (narco terrorism) का भी आरोप लगाया है. दूसरी खबर पूर्वोत्तर से ही है. जहां अब घुसपैठियों पर कार्रवाई के लिए राज्य सरकारों ने कमर कस ली है. असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा (Assam Chief Minister Himanta Biswa Sarma) ने कहा कि जो भी राज्य में अवैध तरीके से रह रहा है. उसे यहां रहने की इजाजत नहीं दी जा सकती है। वहीं, मणिपुर में अब म्यांमार से आने वाले शरणार्थियों की बायोमेट्रिक जांच होगी।
विपक्षी गठबंधन इंडियन नैशनल डिवेलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A.) के 21 सांसदों का प्रतिनिधिमंडल जमीनी हकीकत पता लगाने शनिवार को हिंसा प्रभावित मणिपुर के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचा। दिल्ली से विमान के जरिये मणिपुर पहुंचे सांसद चुराचांदपुर में राहत शिविरों में रह रहे पीड़ितों से मिलने गए, जहां हाल में हिंसा की घटनाएं हुई थीं। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री कुछ नहीं कह रहे हैं और देश को गुमराह कर रहे हैं। वे कह रहे हैं कि मणिपुर में सब कुछ ठीक है, लेकिन ऐसा नहीं है। वे हमें संसद में बोलने की अनुमति नहीं दे रहे हैं। हम यहां लोगों से मिलने आए हैं, हमने उनसे बात की और खौफनाक कहानियां सुनीं। अब, हम उन घटनाओं को संसद में उठाएंगे।
‘मणिपुर में जातीय संघर्ष भारत की छवि को खराब कर रहा है’
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मणिपुर में जातीय संघर्ष भारत की छवि को खराब कर रहा है। इसे खत्म करने के लिए सभी दलों को शांतिपूर्ण हल खोजने की कोशिश करनी होगी। हम यहां जातीय हिंसा के पीड़ितों से मिलने और समस्या को समझने आए हैं। कोई राजनीति करने नहीं आए। दिल्ली लौटने के बाद हम तमाम मुद्दों को संसद में उठाएंगे और इन पर केंद्र का ध्यान खींचने की कोशिश करेंगे। उधर सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, मैं अधीर रंजन से अनुरोध करता हूं कि वे इसी प्रतिनिधिमंडल को पश्चिम बंगाल और राजस्थान भी लेकर जाएं, जहां महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं। क्या वे पश्चिम बंगाल और राजस्थान पर रिपोर्ट सौंपेंगे?
राज्यपाल अनसुइया उइके से मिलेगे विपक्षी सांसद
प्रतिनिधिमंडल रविवार सुबह राज्यपाल अनसुइया उइके से मिलेगा। उसके दोपहर तक दिल्ली लौटने की संभावना है। मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मैतई समुदाय की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में तीन मई को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।