मुस्लिम इलाकों में शुरू की तैयारी, हैदराबाद से आए ओवैसी के नजदीकी पदाधिकारी कर चुके हैं सर्वे
इंदौर, संजीव मालवीय।
इन्दौर में होने वाले नगर निगम चुनाव में इस बार एक नई पार्टी भी अपने उम्मीदवार उतारेगी। ये पार्टी है असदुुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम)। पार्टी के कर्ताधताओं ने अपने हिसाब से उन इलाकों में संपर्क शुरू कर दिया है जो मुस्लिम बहुल हैं, क्योंकि यहां से ही ये पार्टी जीत सकती है। इससे नुकसान सीधे-सीधे कांग्रेस को हो सकता है, क्योंकि अधिकांश मुस्लिम इलाकों में कांग्रेस के पार्षद हैं। इसको लेकर पार्टी के हैदराबाद मुख्यालय से तीन पदाधिकारियों की एक टीम आकर सर्वे भी कर चुकी है।
जिस तरह से देश के हर राज्य में होने वाले चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम अपने उम्मीदवार उतार रही है, उसको लेकर प्रदेश में होने वाले निकाय चुनाव में भी ये पार्टी कई जिलों में अपना उम्मीदवार उतारने का मन बना रही है। इन्दौर के साथ-साथ बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, जबलपुर में भी पार्टी सर्वे कर चुकी है। पिछले दिनों ओवैसी के नजदीकी और मध्यप्रदेश के प्रभारी सैयद मिनहाजउद्दीन एवं पार्टी के मुख्यालय दारूस्सलाम हैदराबाद के इंचार्ज अब्दुल हक नजीर इन्दौर आए थे और उन्होंने मुस्लिम इलाकों में बैठकें भी लीं। सभी शहरों में सर्वे करने के बाद ये लोग अपनी रिपोर्ट ओवैसी को सौंपेंगे और फिर तय किया जाएगा कि प्रदेश में कहां-कहां चुनाव लडऩा है, लेकिन पार्टी के स्थानीय कर्ताधताओं का कहना है कि निकाय चुनाव में लगभग हर मुस्लिम बहुल सीट पर पार्टी अपना प्रत्याशी खड़ा करेगी। मुस्लिम इलाकों में किसे प्रत्याशी बनाया जाए इसको लेकर भी तलाश की जा रही है। पार्टी चंदन नगर, आजाद नगर, खजराना जैसे क्षेत्रों में पदाधिकारी भी तैयार कर रही है।
कांग्रेस को होगा सीटों का नुकसान
वर्तमान में शहर में जितने भी मुस्लिम इलाके हैं, वहां कांग्रेस के पार्षद हैं। आजाद नगर में फौजिया शेख अलीम, रानीपुरा क्षेत्र से अंसाफ अंसारी, जूना रिसाला में अनवर दस्तक, सदर बाजार में जुलेखा अनवर कादरी, बंबई बाजार में समरीन अयाज बेग, माणिकबाग क्षेत्र में सादिक खान, चंदन नगर में मुबारिक मंसूरी, खजराना क्षेत्र में रूबीना इकबाल खान कांग्रेस पार्षद हैं। खजराना में उस्मान पटेल भाजपा से पार्षद थे, लेकिन वे भी कांग्रेस में आ गए हैं। जाहिर है इन क्षेत्रों में कांग्रेस को ही नुकसान होना है।
भाजपा के पूर्व पदाधिकारी के हाथ में है कमान
भाजपा में अल्पसंख्यक मोर्चा में विभिन्न पदों पर रह चुके असलम खान को शहर में एआईएमआईएम का अध्यक्ष बनाया गया है। असलम ने सीएए और एनआरसी कानून की खिलाफत में भाजपा को अलविदा कह दिया था। वे पांच नंबर के विधायक महेेन्द्र हार्डिया के नजदीकी रहे हैं, लेकिन अब ओवैसी का झंडा बुलंद किए हुए हैं।
हमारी पार्टी की गतिविधि शुरू हो गई है और आने वाले चुनाव में एआईएमआईएम के प्रत्याशियों को उतारा जाएगा। इसके लिए इन्दौर में भी तैयारी चल रही है।
-असलम खान, अध्यक्ष, एआईएमआईएम