इंदौर। कोरोना वायरस (Corona virus) से जहां पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ हुआ है तो वहीं इससे निपटने के लिए लोग कई तरह के जतन भी अपना रहे हैं, हालांकि देश में अब आक्सीन की कमी नहीं है, फिर भी लोग इससे निपटने के लिए जुगाड़ का आइडिया तो अपना ही रही है।
हाल ही में बिहार के एक मिस्त्री ने हवा भरने वाले कंप्रेशर को आक्सीजन में तब्दील कर दिया जो देश में एक मॉडल बन गया है। एक और मामला मप्र के इंदौर में देखने को मिला जहां बुजुर्ग बीते 15 दिनों से पीपल के पेड़ पर ही अपना दिन बिता रहे हैं। इसकी वजह ये है कि पीपल का पेड़ 24 घंटे ऑक्सीजन (Oxygen) देता है, इसलिए बुजुर्ग पेड़ से पर्याप्त मात्रा में प्राणवायु लेने के लिए ऐसा कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि रंगवासा के रहने वाले 67 वर्षीय राजेंद्र पाटीदार का कहना है कि वह रोज शुद्ध हवा और ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए 24 घंटे ऑक्सीजन देने वाले पीपल के पेड़ पर रहते हैं। बुजुर्ग को सुबह से शाम तक जब भी मौका मिलता है वह पेड़ पर अपना डेरा जमा लेते हैं। वह पेड़ पर कुर्सी लेकर बैठ जाते हैं और वहीं पर कपाल भाती और प्राणायाम जैसे योग भी करते हैं। राजेंद्र पाटीदार कहते हैं कि इसी वजह से इतनी उम्र में भी उनके शरीर में ऑक्सीजन का लेवल 99 फीसदी है।
राजेंद्र पाटीदार दावा करते हैं कि जो लोग पीपल के पेड़ के साथ प्राण वायु की जुगलबंदी करते हैं, उन्हें कोरोना का खतरा कम रहेगा, साथ ही ऑक्सीजन लेवल भी सामान्य रहेगा
Share: