इंदौर, विकाससिंह राठौर। इंदौर से 8 सितंबर को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक (Bangkok, capital of Thailand) के लिए गए दंपति का बैग इंडिगो एयरलाइंस (Indigo Airlines) में बदल गया। चार दिन बाद भी यात्रियों को उनका बैग नहीं मिल पाया है। दरअसल उज्जैन के रहने वाले विपुल चौहान पत्नी रितु और भाई-भाभी के साथ इंदौर से मुंबई होते हुए बैंकॉक के लिए रवाना हुए थे। जब वे बैंकॉक एयरपोर्ट पर उतरे और अपना सामान लेने पहुंचे तो उनके सामान में शामिल उनकी पत्नी रितु का एक बैग उन्हें नहीं मिला। काफी देर इंतजार के बाद उनके बैग का टैग लगा हुआ एक दूसरा बैग उन्हें मिला, जो उनका नहीं था। उनकी पत्नी के बैग में कपड़े और कॉस्मेटिक्स शामिल हैं।
एयरलाइंस के साथ यात्री की भी गलती
इस पूरे मामले में इंडिगो एयरलाइंस के स्टाफ के साथ यात्री की भी गलती है। जब आप सामान काउंटर पर जमा कराते हैं तो यह आपकी भी जिम्मेदारी होती है कि देखें कि आपके सामान का टैग ही आपके टिकट पर लगा है या नहीं। यदि किसी और के सामान पर आपका टैग लगा दिया और वह टैग आपके टिकट पर भी लगा हुआ है तो यह गलती आपकी भी है। ऐसी ही गलती उस यात्री ने भी की, जिसे विपुल का सामान मिला होगा। दो यात्रियों की गलती के साथ इंडिगो एयरलाइंस के स्टाफ की गलती भी शामिल हो गई, जिसके कारण न केवल विपुल का परिवार परेशान हुआ, बल्कि वह व्यक्ति भी परेशान होगा, जिसके सामान पर विपुल का टैग लगा है। अपने सामान की सुरक्षा की जिम्मेदारी यात्रियों की भी होती है।
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