इंदौर न्यूज़ (Indore News)

जलस्तर कम होते ही बस्तियों और कॉलोनियों में लौटे लोग


– निगम ने कल दोपहर से लेकर देर रात तक 15 हजार भोजन पैकेट बंटवाए, स्कूल और धर्मशालाओं में अभी भी कुछ लोग रुके हैं
इंदौर। बारिश से नदी-नालों में आए उफान के चलते शहर की कई बस्तियों और जलजमाव वाले क्षेत्रों से लोगों को शिफ्ट कराकर धर्मशालाओं और स्कूल परिसर में रखा गया था, जहां निगम टीम ने दोपहर से लेकर रात तक का खाना बांटा। कल शाम को कई लोग जलस्तर कम होने के बाद अपनी-अपनी बस्तियों में लौट आए, जबकि अभी कुछ लोग धर्मशालाओं में ही रुके हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित खजराना, जूना रिसाला, तोड़ा, कुलकर्णी भट्ठा में अब जलस्तर कम होने के बाद फिर से लोगों की चहल-पहल नजर आई। निगम की टीमें कल कई क्षेत्रों में वाटर पंप लेकर पानी निकासी के कार्य में जुटी थीं। वहीं कई बड़ी गाडिय़ों से भी नालंदा परिसर से लेकर कई स्थानों पर पानी निकालने के कार्रवाई की जा रही थी। आज सुबह निगम टीमें स्टार्म वाटर लाइनों के आसपास फंसा कचरा हटाने और साफ-सफाई के लिए निकली थीं।

नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक साउथ और नार्थ तोड़ा, रविदासपुरा, प्रेमसुख टॉकिज के आसपास की बस्तियों, कुलकर्णी भट्ठा, गौरीनगर, गोविंदनगर खारचा, बाणगंगा की कई कॉलोनियों और बस्तियों में रहने वाले लोगों को जलजमाव होने के चलते आसपास के स्कूलों और धर्मशालाओं में निगम के वाहनों से शिफ्ट कराया गया था। यह सिलसिला दोपहर से लेकर शाम तक चलता रहा। अधिकारियों के मुताबिक अलग-अलग स्थानों पर 15 हजार से 20 हजार लोगों को कई जगह अस्थायी रूप से रखा गया था, ताकि वे जलजमाव के कारण परेशान न हों। इस दौरान निगमायुक्त प्रतिभा पाल के निर्देश पर नगर निगम के अधिकारियों ने प्रभावितों के लिए भोजन के 15 हजार पैकेट विभिन्न क्षेत्रों में ले जाकर बंटवाए। कई क्षेत्र तो ऐसे थे, जहां घरों तक पहुंचने के लिए निगम अधिकारियों ने होमगार्ड की मदद लेकर नाव बुलवाई, तब जाकर लोगों को घरों से निकालने का काम किया जा सका। शहर में बारिश थमने के बाद कई जगह लोग वापस बस्तियों और मोहल्लों में लौट आए, लेकिन अभी भी कई स्थानों पर लोग भय के कारण धर्मशालाओं और स्कूलों में ही रुके हुए हैं।

पानी में फंसे व्यक्ति को कांधे पर निकाला
कल खजराना एवं जूना रिसाला में पानी में फंसे लोगों को निकालने के लिए निगम की टीमों को खासी मशक्कत करना पड़ी। कई लोग घरों के चद््दरों और छतों पर सहायता की आस लगाए खड़े हुए थे, जिन्हें निगम के बचाव दल ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। जूना रिसाला की कई निचली बस्तियों में पानी भर गया था। लोगों के घरों का सामान पानी बह गया। इन लोगों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचकर उनके खाने की व्यवस्था की गई। इसके अलावा सिकंदराबाद, भिश्ती मोहल्ला, गाडऱाखेड़ी आदि क्षेत्रों में घरों में पानी भर गया था।

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