- जनप्रतिनिधियों ने कहा 2017 से बंद हो गई थी यह व्यवस्था, फिर शुरू की गई
उज्जैन। पीएचइ विभाग ने करीब 5 साल बाद फिर से जलउपभोक्ताओं के यहाँ मासिक बिल घर-घर भेजना शुरू कर दिया है। जल कार्य समिति प्रभारी की मौजूदगी में तैयार बिलों को विभाग के वितरकों को सौंपा गया। यह बिल अब उपभोक्ताओं के घर पहुंचाए जाएंगे ताकि उन्हें पानी का बिल भरने में आसानी रहे। देवास गेट स्थित चामुंडा माता पीएचई कार्यालय में महापौर ने पीएचई के बिल वितरकों को वितरण के लिए बिल प्रदान किए और कहा कि अब शीघ्र ही मुहिम चलाकर अवैध नल कनेक्शनों को वैध करने के साथ ही नल कनेक्शन में नाम परिवर्तन करने की प्रक्रिया को भी शीघ्र प्रारंभ किया जाएगा।
इस मौके पर जलकार्य समिति के प्रभारी ने कहा कि महापौर के निर्देश पर वर्ष 2017 से बंद हो चुके बिल वितरण के कार्य को प्रारंभ किया जा रहा है। अभी पीएचई के 62 हजार उपभोक्ताओं में से करीब 16 हजार उपभोक्ताओं को बिल वितरित किए जा रहे हैं। शहर में पहले गुदरी चौराहा, बुधवारिया पानी की टंकी पर बिल भरने के काउंटर थे जो बंद हो गए थे, उन्हें भी फिर से प्रारंभ किया गया है। वर्तमान में बकायेदारों से बिल वसूली का कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर सहायक आयुक्त श्रीमती नीता जैन, सहायक यंत्री मनोज खरात, एस. के. लाड, दिलीप नोधाने सहित पीएचई के अधिकारी कर्मचारियों ने जल कार्यसमिति प्रभारी श्री तिवारी, एमआईसी सदस्य डॉ योगेश्वरी राठौर का पुष्प माला से स्वागत किया।
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