नई दिल्ली। दिल्ली के जंतर-मंतर (Jantar Mantar) पर 22 अगस्त को होने वाले किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस (Delhi Police) और हरियाणा पुलिस (Haryana Police) सक्रिय हो गई हैं. दिल्ली के टिकरी बॉर्डर (Tikri Border) पर पुलिस ने सीमेंटेड बैरिकेड लगाने की व्यवस्था बनानी शुरू कर दी है. साथ ही लोहे के बैरिकेड्स लगाकर वाहनों की जांच की जा रही है. टिकरी बॉर्डर से आगे किसान दिल्ली ना जाए इसके लिए टिकरी बॉर्डर पर दिल्ली के करीब 4 थानों की पुलिस की जिम्मेदारी लगाई गई है.
वहीं दिल्ली बॉर्डर से सटे हरियाणा (Haryana) के बहादुरगढ़ की पुलिस की भी दिल्ली पुलिस के साथ कोर्डिनेशन मीटिंग चल रही है. दिल्ली पुलिस की कोशिश है कि दिल्ली में किसी भी स्थिति में कानून व्यवस्था ना बिगड़ने पाए. संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े कई संगठनों ने दिल्ली के जंतर मतर पर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी थी. इसीलिए पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी बॉर्डर पर लगाई गई है.
टिकरी बॉर्डर पर रेहड़ी लगाकर गुजर बसर करने वाले चिंतित
दिल्ली पुलिस ने कल से ही सीमेंटेड बैरिकेड (cemented barricade) टिकरी बॉर्डर पर जुटाने शुरू कर दिए थे. जिसके बाद से टिकरी बॉर्डर पर रेहड़ी लगाकर गुजर बसर कर रहे दुकानदारों में चिंता शुरू हो गयी है. दुकानदारों का कहना है कि किसानों को बॉर्डर पर रोकने की बजाय उन्हें जंतर मंतर पर जाने दिया जाना चाहिए. दिल्ली रोहतक राष्ट्रीय राजमार्ग को संकरा भी किया गया है. अब दिल्ली पुलिस की वाहनों पर चेकिंग सख्त होती जाएगी.
पंजाब के संगठनों ने प्रदर्शन से बनाई दूरी
बता दें कि, पंजाब (Punjab) के कई बड़े संगठनों ने प्रदर्शन से दूरी बनाई है. पंजाब के कई किसान संगठन जो संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) का अहम अंग हैं वह इस प्रदर्शन का हिस्सा नहीं है जबकि एसकेएम से जुड़े कुछ संगठन इस प्रोटेस्ट को अंजाम तक पहुंचाना चाहते हैं. भारतीय किसान यूनियन उग्राहां, भारतीय किसान यूनियन राजेवाल समेत कई बड़े संगठन इस प्रदर्शन किया हिस्सा नहीं बनेंगे. इस बार किसान (Farmers) ट्रैक्टर ट्रॉलियों की बजाए अपने निजी वाहनों से दिल्ली (Delhi) कूच करेंगे. अब देखना ये है कि कल सुबह कितनी संख्या में किसान टिकरी बॉर्डर (Tikri Border) पर जुटेंगे.