नई दिल्ली। रिपब्लिक टीवी (Republic TV) के एडिटर-इन-चीफ अर्णब गोस्वामी (Arnab Goswami) के खिलाफ मुंबई पुलिस का कड़ा शिकंजा कस सकता है। पुलिस ने सोमवार को स्थानीय अदालत में आरोप लगाया कि रिपब्लिक टीवी और इसके हिंदी न्यूज चैनल के लिए रेटिंग (TRP) में छेड़छाड़ करने में बार्क के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता को लाखों रुपए दिए। टीआरपी घोटाले में अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
दासगुप्ता की पुलिस हिरासत मे
पुलिस ने कोर्ट मे दावा किया कि दास टीआरपी घोटाले के मास्टरमाइंड हैं। क्राइम ब्रांच ने मजिस्ट्रेट कोर्ट से दासगुप्ता की हिरासत अवधि बढ़ाने की मांग की थी, जिसे स्वीकार करते हुए अदालत ने हिरासत 30 दिसंबर तक बढ़ा दी। पुलिस का दावा है कि बार्क के पूर्व सीओओ रोमिल रामगढ़िया ने भी दासगुप्ता के साथ मिलकर कुछ चैनलों की टीआरपी में हेराफेरी की।
इस गड़बड़ी में दासगुप्ता अर्णब और अन्य सहभागी है। पुलिस ने आरोप लगाया कि अपने चैनलों की टीआरपी में बदलाव के लिए गोस्वामी ने समय-समय पर दासगुप्ता को लाखों रुपये का भुगतान किया। दासगुप्ता ने इन पैसों से आभूषण और अन्य महंगे सामनों की खरीदी की। इन सामानों को उनके घर से जब्त कर लिया गया है।
उन पर यह भी आरोप लगाया गया है बार्क का सीईओ रहते उनके पास सभी चैनलों की टीआरपी रेटिंग पर गोपनीय जानकारी उनके पास थी और जांच में यह पता लगाना है कि क्या उन्होंने इसकी जानकारी अन्य को भी दी थी।
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