– कान्ह-सरस्वती शुद्धिकरण के नाम पर फिर खोदेंगे सडक़ें
– अन्नपूर्णा मेनरोड पर ड्रेनेज की नहीं है लाइनें
– स्टार्म वाटर लाइनों में ही ड्रेनेज का गंदा पानी बहकर जयरामपुर सरस्वती नदी के हिस्से में पहुंचता है…
इंदौर। कान्ह नदी के शुद्धिकरण और उसे संवारने के नाम पर पहले ही करोड़ों फूंक दिए गए, मगर आज भी स्थिति बदहाल है। अब फिर से कान्ह-सरस्वती शुद्धिकरण के लिए चाणक्यपुरी चौराहे से गंगवाल के बीच सीवरेज की प्राइमरी लाइन बिछाने का काम आने वाले तीन महीनों में शुरू होना है। इसके लिए आज 20 करोड़ के टेंडर जारी कर दिए गए। इसके लिए उषानगर, वैष्णो पॉलिटेक्निक, एमओजी लाइन, महू नाका, गंगवाल क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सडक़ों की खुदाई के कार्य फिर शुरू होंगे।
कुछ महीनों पहले निगम ने कान्ह नदी के करीब के दर्जन हिस्सों को संवारने के लिए मशक्कत के साथ-साथ करोड़ों की राशि फूंकी थी। वही कान्ह नदी के हिस्से आज गाद और गंदगी से अटे पड़े हैं। शिवाजी मार्केट, कृष्णपुरा, तोड़ा, हरसिद्धि, चंद्रभागा, मोती तबेला, मच्छी बाजार, गणगौर घाट, जयरामपुर से लेकर सभी किनारों पर गंदगी के ढेर हैं। 8 करोड़ से अधिक की राशि सौंदर्यीकरण और संवारने के कार्यों पर खर्च हो चुकी है। कुछ दिनों के लिए कान्ह का स्वरूप बदल भी गया था, लेकिन देखरेख के अभाव में फिर वही स्थिति बन गई है।
दर्जनों कॉलोनियों की परेशानी खत्म करने का दावा
निगम अधिकारियों के मुताबिक वर्तमान में अन्नपूर्णा मेन रोड और उसके आसपास के कई हिस्सों में ड्रेनेज की प्राइमरी लाइनें नहीं होने के कारण स्टार्म वाटर लाइन में ही ड्रेनेज का पानी बहता है। इस लाइन का पानी कर्बला, जयरामपुर स्थित सरस्वती नदी में मिलता है, जिसके कारण नदी का पानी खराब हो रहा था। अब अन्नपूर्णा रोड से गंगवाल तक ड्रेनेज की प्राइमरी लाइन बिछाई जाएगी। वर्तमान में अन्नपूर्णा क्षेत्र की कई कॉलोनियों में ड्रेनेज लाइनें चोक होने की शिकायतें सर्वाधिक आती हैं। इसके लिए चाणक्यपुरी चौराहे से काम शुरू होगा। इसमें उषानगर, महूनाका, वैष्णो पॉलिटेक्निक, एमओजी लाइन से गंगवाल तक लाइनें बिछाने के काम चलेंगे। इस पूरे प्रोजेक्ट पर 20 करोड़ की राशि खर्च होगी, जिसके टेंडर आज निगम ने जारी कर दिए हैं।
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