सीहोर से ही सभी को इंदौर के लिए बिठाया, पहले दिन हर स्टेशन पर हुआ स्वागत
इंदौर। कल वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) का स्वागत करने के लिए भोपाल (Bhopal) से लेकर इंदौर (Indore) तक भीड़ उमड़ पड़ी। हर स्टेशन (Station) पर अपनी तरह से स्वागत किया गया, लेकिन सीहोर (Sehore) में मुख्य रूप से स्वागत हुआ। यहां सबसे ज्यादा भीड़ नजर आईं। चूंकि प्रधानमंत्री भोपाल स्टेशन पर थे, इसलिए भी सुरक्षा कारणों के चलते भोपाल के लोगों को भी सीहोर से ट्रेन में बिठाया गया। इंदौर के लोगों को भी सीहोर ही भेजा गया था।
भोपाल रेलवे स्टेशन पर ज्यादा भीड़ न हो, इसके लिए सारी कवायद की गई। स्थानीय पुलिस के साथ एसपीजी के अधिकारियों ने प्लान बनाया कि रेलवे स्टेशन पर ज्यादा भीड़ हो सकती है और ट्रेन में बैठने वालों से और भीड़ बढ़ जाएगी, इसलिए केवल भोपाल से बच्चों को ही ट्रेन में बिठाया जाएगा और पूरी भीड़ सीहोर में रोक दी जाएगी। यहीं से इंदौर और उज्जैन से गए लोगों को ट्रेन में बिठाया गया। सीहोर के बाद शुजालपुर, उज्जैन में भी ट्रेन का स्वागत किया गया।
भीड़ यात्रियों में बदले तो बात बने
जिस तरह से कल वंदे भारत एक्सप्रेस का स्वागत हुआ है, उसके बाद अब रेलवे के सामने चुनौती है कि महंगे मेन्टेनेंस वाली इस ट्रेन को नियमित चलाया जा सके। इसके पहले खर्चा नहीं निकाल पाने के कारण डबल डेकर ट्रेन को वापस करना पड़ा था और यह ट्रेन मडगांव-मुंबई के बीच चल रही है। इंदौर में इस ट्रेन को अपेक्षित यात्री नहीं मिले थे। चूंकि इंदौर को वंदे भारत के लिए चुना है, इसलिए जिस भीड़ ने इसका स्वागत किया, वह यात्रियों में बदल जाए तो ट्रेन सफल हो जाएगी। नहीं तो इसका हश्र भी डबल डेकर की तरह हो जाएगा।