धर्म-ज्‍योतिष

राहू करने जा रहे हैं राशि परिवर्तन, कौन होगा मालामाल कौन परेशान


12 अप्रैल 2022 तक रहेंगे आधिपत्य वाली राशियों में
इंदौर। राहू और केतु अपनी राशि का परिवर्तन कर चुके है, ज्योतिषियों ने बताया कि राहू मिथुन से वृषभ में और केतु धनु से होकर वृश्चिक राशि में पहुंचेंगे। इन दोनों का राशि परिवर्तन सभी राशि के जातकों पर अलग-अलग असर दिखाएगा। ज्योतिषियों का यह भी कहना है कि लगभग दस वर्षों बाद पांच ग्रह अपनी स्वराशि में भ्रमण कर रहे है। राशि परिवर्तन का असर कृषि के क्षेत्र में हालात सुधरने के रूप में भी दिखाई देगा।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राहु एक अशुभ ग्रह है। हालांकि अन्य ग्रहों की तुलना में (केतु को छोड़कर) इसका कोई वास्तविक आकार नहीं है। इसलिए राहु को छाया ग्रह कहा जाता है। स्वभाव के अनुसार, राहू को पापी ग्रह की संज्ञा दी गई है। आमतौर पर कुंडली में राहू का नाम सुनते ही लोगों के मन में भय उत्पन्न हो जाता है। परंतु कोई भी ग्रह शुभ या अशुभ नहीं होता है बल्कि उसका फल शुभ-अशुभ होता है। यदि कुंडली में कोई ग्रह मजबूत स्थिति में होता है तो वह शुभ फल देता है। राहू को किसी भी राशि का स्वामित्व प्राप्त नहीं है। वही जब कमजोर स्थिति में होता है तो उसके फल नकारात्मक मिलते हैं। यहां हम राहू ग्रह की बात कर रहे हैं। राहू को अशुभ फल देने वाला ग्रह माना जाता है। लेकिन यह पूर्ण रूप से सत्य बात नहीं है। राहू कुंडली में शुभ होने पर शुभ फल भी देता है। इसके शुभ फल से व्यक्ति धनवान और राजयोग का सुख भी प्राप्त करता है।

एक दशक बाद ऐसी स्थिति
ज्योतिषियों का मत है कि करीब एक दशक बाद ऐसी स्थिति बन रही है कि इस माह 9 में से 5 ग्रह अपनी स्वराशि में हैं। सभी ग्रह अपनी स्वयं के आधिपत्य वाली राशि में होने पर अधिक बलशाली होते हैं और जिन राशियों पर उनकी दृष्टि होती है, उन पर अधिक असर डालते हैं। यह दोनों ही ग्रह 12 अप्रैल 2022 तक इन्हीं राशियों में रहेंगे।

आर्थिक मंदी बढ़ेगी
ज्योतिषियों का मत है कि 5 ग्रहों के अपनी राशि में होने से राहू व केतु का राशि परिवर्तन आर्थिक मंदी में कमी लाएगा। ज्योतिषियों के अनुसार एक दशक बाद इस माह 9 में से 5 ग्रह अपनी राशि में होंगे। यदि कुंडली में राहू की अशुभ स्थिति हो तो जातक को मानसिक पीड़ा, अनेकों परेशानियां, स्वास्थ्य संबंधी विकार और व्यवसायिक नुकसान का सामना करना पड़ता है।

कोरोना का असर न्यूनतम स्थिति में आने की संभावना
अंक ज्योतिष के अनुसार 2020 का मूलांक 4 आता है। इसके राशि स्वामी राहू है। राहूका असर कोरोना वायरस से भी जुड़ा दिख रहा है। ऐसे में इसके राशि परिवर्तन से कोरोना का असर न्यूनतम स्थिति में आने की संभावना है राहूके राशि परिवर्तन से कोरोना का असर न्यूनतम स्थिति में आने की संभावना है। प्रदेश व देश के विकास में सहायक होगा तो सत्ता पक्ष में बेचैनी बढ़ाएगा। राहू में जहां शनि के गुण होते हैं तो केतु में मंगल के गुण है। बलवान राहू जातक को कोर्ट कचहरी के मामलों में सफलता दिलाते हैं। आध्यात्मिक उन्नति करते हैं। राजनीतिक सफलता तथा राजनेताओं से भी गहरे संबंध बनाते हैं।

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